क्रान्तिकारी मार्क्सवाद से भयाक्रान्त चीन के नक़ली कम्युनिस्ट शासक
चीन में तेज़ होते मज़दूर आन्दोलनों और जनता में बढ़ते असन्तोष के दौर में वहाँ के पूँजीवादी शासक समाजवाद के नाम पर चल रही अपनी शोषक सत्ता की वैधता साबित करने के लिए आजकल नये सिरे से मार्क्सवाद की दुहाई देने में लगे हुए हैं। मई 2018 में, कार्ल मार्क्स के 200वें जन्मदिन पर राष्ट्रपति शी ज़िनपिङ ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों से फिर से मार्क्स की कृतियों, ख़ासकर ‘कम्युनिस्ट घोषणापत्र’ का अध्ययन करने के लिए कहा।