कविता – सोवियत संघ और स्तालिन के बारे में / पाब्लो नेरूदा
सोवियत संघ, जो खून बहा
तुम्हारे संघर्षों में,
जो तुमने दिया एक मां के रूप में इस दुनिया को
ताकि मरती हुई आजादी जिन्दा रह सके,
यदि हम इकट्ठा कर सकते वो सारा खून,
तो हमारे पास एक नया सागर होता