कारख़ाना मज़दूर यूनियन के दूसरे सदस्य सम्मेलन का आयोजन

बिगुल संवाददाता, लुधियाना

24 फ़रवरी 2019 को लुधियाना के जोगियाना स्थित थापर पार्क में कारख़ाना मज़दूर यूनियन का दूसरा सदस्य सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें यूनियन के सदस्य बड़ी संख्या में शामिल हुए। सम्मेलन में यूनियन नेताओं ने देश-दुनिया के हालातों के बारे में बातचीत रखी। संगठन की पिछले समय की गतिविधि रिपोर्ट पेश की गयी। हाजि़र सदस्यों ने नयी नेतृत्वकारी कमेटी का चुनाव किया। कमेटी में लखविन्दर (अध्यक्ष), कृष्ण (सचिव), सुशील कुमार (खजांची), दीपक (प्रचार सचिव), समर (क़ानूनी मामलों के सचिव), रमेश सिंह, तेजू प्रसाद, बबन कुमार, पिण्टू कुमार व अमित कुमार का चुनाव किया गया।
सम्मेलन में विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि आज पूरी दुनिया में पूँजीवादी व्यवस्था मज़दूरों का भयानक लूट-शोषण कर रही है। इस लूट-शोषण के खि़लाफ़ मज़दूर विभिन्न स्तर के संघर्ष भी कर रहे हैं। पूँजीवादी आर्थिक संकट पूरे संसार व भारत में दिन-ब-दिन गहराता जा रहा है। भारत के मज़दूरों की हालत बहुत बुरी हो चुकी है। लुधियाना सहित पूरे देश के मज़दूरों को क़ानून श्रम अधिकार तक नहीं दिये जा रहे। वेतन, नौकरी की सुरक्षा, हादसों से सुरक्षा, ईएसआई, ईपीएफ़ जैसे अधिकार भी लागू नहीं हैं। सरकारी व्यवस्था सरेआम पूँजीपतियों की दलाली कर रही है। सभी पार्टियों की केन्द्र व राज्य सरकारें श्रम क़ानूनों में मज़दूर विरोधी संशोधन कर रही हैं। दलाल यूनियनों ने मज़दूरों की हालत और बुरी बना रखी है। इस हालत में मज़दूरों के पास जुझारू एकजुट संघर्ष के बिना और कोई राह नहीं बची। आज ज़रूरत है कि मज़दूरों को विशाल जनवादी यूनियनों में संगठित किया जाये और जुझारू संघर्षों में उतरा जाये। मज़दूरों को अन्य तबक़ों के अधिकारपूर्ण संघर्षों की भी हिमायत करनी चाहिए। हाकिमों द्वारा जनता को धर्म, जाति, इलाक़े के नाम पर बाँटने-लड़ाने की साजिशें तेज़ हो गयी है। अन्धराष्ट्रवाद ज़ोर-शोर से फैलाया जा रहा है। इस सबका मक़सद मज़दूरों-मेहनतकशों के वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाना है, आपस में लड़ाना है।
वक्ताओं ने कहा कि यूनियन के सभी सदस्यों को लुधियाना के मज़दूरों को अपने अधिकारों के लिए जागरूक करने के लिए ज़ोरदार कोशिशें करनी चाहिए। कारख़ाना मज़दूर यूनियन ने सन् 2008 में अपनी स्थापना से लेकर अब तक मज़दूरों को जागरूक, संगठित करने में लगी हुई है। अनेकों छोटे-बड़े संघर्ष हुए हैं। अन्य मेहनतकश लोगों के जायज़ माँग-मसलों, जनता के जनवादी मुद्दों पर डटकर खड़ी होती रही है। टेक्सटाइल हौज़री कामगार यूनियन के नेता गुरदीप ने कारख़ाना मज़दूर यूनियन के सम्मेलन के लिए बधाई दी और उम्मीद व्यक्त की कि यूनियन जन-हित में संघर्षरत रहेगी। सम्मेलन का मंच संचालन समर ने किया।

मज़दूर बिगुल, मार्च 2019

 

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