लुधियाना के गौशाला, कशमीर नगर, माधोपुरी के पावरलूम मजदूरों का संघर्ष
पावरलूम मजदूरों का श्रम कार्यालय पर निर्णायक धरना |
गौशाला, कशमीर नगर, माधोपुरी के पचास से भी अधिक कारखानों में चल रही हड़ताल का आज बारहवाँ दिन है लेकिन आज भी मालिकों ने मजदूरों की कोई सुनवाई नहीं की। कल वर्धमान मिल के सामने बड़े मैदान में कारखाना मजदूर यूनियन ने विभिन्न इलाकों के मजदूरों की बड़ी मीटिंग की, जिसमें 1000 से भी अधिक मजदूरों ने भाग लिया। मीटिंग में फैसला लिया गया है कि आज (27 सितम्बर) को श्रम कार्यालय पर निर्णायक धरना लगाया जाएगा और धरना तब तक नहीं उठाया जाएगा, जब तक मजदूरों की माँगें नहीं मान ली जातीं, भले ही सारी रात श्रम कार्यालय पर ही क्यों न काटनी पड़े।
कारखाना मजदूर यूनियन के प्रधान राजविन्दर ने कहा है कि श्रम विभाग की बेशर्मी की हर हद पार हो चुकी है। मजदूर 11 दिन से हड़ताल पर बैठे हैं। और वे जो माँग रहे हैं कुछ अधिक भी नहीं हैं। पिछले 10-12 वर्षों में मजदूरों की आमदन में कहने लायक भी बढ़ौतरी नहीं हुई है जबकि महँगाई कई गुणा बढ़ गई है। मालिकों के मुनाफे दिन दौगुने रात चौगुने बढ़ चुके हैं लेकिन मजदूर को एक पैसा भी और देने को तैयार नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि जिसे आजाद भारत कहा जा रहा है वहाँ मजदूर गुलामों की जिन्दगी जीनी पड़ रही है। मजदूरों की जिन्दगी नर्क बन गई है। लेकिन मालिकों को सिर्फ अपने मुनाफे की चिन्ता है, श्रम विभाग शर्मनाक नींद सोया हुआ है, सरकारें अपनी सारी शर्म बेच चुकी हैं। सांसदों, विधायकों, अफसरों के वेतन-भत्ते तो कई गुणा बढ़ा दिए गए हैं लेकिन भूखे मर रहे मजदूरों की आमदनी में कोई एक पैसा भी बढ़ाने को तैयार नहीं। उन्होंने कहा कि यह अन्याय किसी भी हालत में सहन नहीं किया जाएगा। अब मजदूर शोषकों को झुकाकर ही दम लेंगे।
आज वर्धमान मिल के सामने हुई मीटिंग में नौजवान भारत सभा, मोल्डर एण्ड स्टील वर्कर्ज यूनियन, लोक एकता संगठन, मजदूर चेतना मंच, भारतीय किसान यूनियन (उगराहां), डी.ई.एफ, डी. टी. एफ., एटक और इंटक के प्रतिनिधि भी पहुँचे और उन्होंने गौशाला, कशमीर नगर और माधोपुरी के हड़ताल पर बैठे पावरलूम मजदूरों को हर तरह का समर्थन और सहयोग देने का वायदा करते हुए 27 सितम्बर के श्रम कार्यालय पर कल के धरने में बढ़-चढ़ कर शामिल होने का ऐलान किया। उन्होंने मजदूरों का हौंसला बढ़ाते हुए कहा कि अब उनके हक को दबा सकने की हिम्मत किसी मालिक में नहीं है।
जारीकर्ता — लखविन्दर, मोबाइल 096461 50249
सचिव, कारखाना मजदूर यूनियन, लुधियाना
‘मज़दूर बिगुल’ की सदस्यता लें!
वार्षिक सदस्यता - 125 रुपये
पाँच वर्ष की सदस्यता - 625 रुपये
आजीवन सदस्यता - 3000 रुपये
ऑनलाइन भुगतान के अतिरिक्त आप सदस्यता राशि मनीआर्डर से भी भेज सकते हैं या सीधे बैंक खाते में जमा करा सकते हैं।
मनीऑर्डर के लिए पताः
मज़दूर बिगुल, द्वारा जनचेतना,
डी-68, निरालानगर, लखनऊ-226020
बैंक खाते का विवरणः Mazdoor Bigul
खाता संख्याः 0762002109003787,
IFSC: PUNB0185400
पंजाब नेशनल बैंक,
निशातगंज शाखा,
लखनऊ
आर्थिक सहयोग भी करें!
प्रिय पाठको, आपको बताने की ज़रूरत नहीं है कि ‘मज़दूर बिगुल’ लगातार आर्थिक समस्या के बीच ही निकालना होता है और इसे जारी रखने के लिए हमें आपके सहयोग की ज़रूरत है। अगर आपको इस अख़बार का प्रकाशन ज़रूरी लगता है तो हम आपसे अपील करेंगे कि आप नीचे दिये गए बटन पर क्लिक करके सदस्यता के अतिरिक्त आर्थिक सहयोग भी करें।
बुर्जुआ अख़बार पूँजी की विशाल राशियों के दम पर चलते हैं। मज़दूरों के अख़बार ख़ुद मज़दूरों द्वारा इकट्ठा किये गये पैसे से चलते हैं।
मज़दूरों के महान नेता लेनिन