शहीद करतार सिंह सराभा के शहादत दिवस पर समाज बदलने के लिए आगे आने का आह्वान
बिगुल संवाददाता
शहीद करतार सिंह सराभा के 100वीं शहादत वर्षगाँठ (16 नवम्बर) के अवसर पर लुधियाना में टेक्सटाइल-हौज़री कामगार यूनियन व कारखाना मज़दूर यूनियन ने नुक्कड़ सभाएँ की और पर्चा बाँटा। वक्ताओं ने कहा कि महान गदरी सूरबीर शहीद करतार सिंह सराभा महज साढे उन्नीस वर्ष की उम्र में अंग्रेज हकूमत द्वारा फाँसी पर चढ़ाकर शहीद कर दिए गए थे। वे एक ऐसे समाज के निर्माण के लिए लड़ रहे थे जहाँ इंसान के हाथों इंसान को दबाया न जाए, जहाँ धर्म के नाम पर कत्लेआम ने हो, जहाँ जाति व्यवस्था का कोई नामो-निशां न हो। शहीद करतार सिंह सराभा व उनके गदर पार्टी के साथियों ने अपने समय के जन शत्रुओं की पहचान की थी। हमेँ आज अपने समय के जनशत्रुओं की पहचान कर इंसान के हाथों इंसान की लूट के खात्मे की जद्दोजहद को आगे बढ़ाना है। शहीद करतार सिंह सराभा व उनके साथियों को यही एक सच्ची श्रद्धांजलि हो सकती है। नुककड़ सभाओ को राजविन्दर, समर, छोटेलाल, प्रेमनाथ, घनश्याम आदि ने सम्बोधित किया।
मज़दूर बिगुल, दिसम्बर 2015
ਸ਼ਹੀਦ ਕਰਤਾਰ ਸਿੰਘ ਸਰਾਭਾ ਦੇ ਸ਼ਹਾਦਤ ਦਿਵਸ ‘ਤੇ ਅੱਜ ਇੱਥੇ ਤਾਜਪੁਰ ਰੋਡ ਇਲਾਕੇ ਵਿੱਚ ਟੈਕਸਟਾਈਲ ਹੌਜ਼ਰੀ ਕਾਮਗਾਰ ਯੂਨੀਅਨ ਅਤੇ ਕਾਰਖਾਨਾ ਮਜ਼ਦੂਰ …
Posted by ਜੂਝਦੇ ਜੁਝਾਰ ਲੋਕ on Monday, November 16, 2015
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