दिल्ली के शाहाबाद डेरी इलाक़े में छठ घाट पर डूबने से युवक की मौत
RWPI द्वारा छठ घाट से पानी निकलवाने हेतु जन अभियान व प्रशासन का घेराव

नौरीन

26 अगस्त को पाँच मन्दिर, शाहबाद डेरी (दिल्ली) के छठ घाट में एक युवक की तालाब में डूबने से मौत हो गयी। यह कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी कई लोग इस तालाब में डूबते-डूबते बचे हैं और कुछ लोगों ने अपनी जान तक गवाँ दी। ऐसी घटनाओं पर प्रशासन हमेशा उदासीन रहा है। प्रशासन की इस लापरवाही के विरोध में तथा इस घटना का संज्ञान लेते हुए भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी (RWPI) ने तत्काल लोगों को संगठित और गोलबन्द करना शुरू किया।

29 अगस्त को RWPI के नेतृत्व में जब इलाक़े के लोग भाजपा के स्थानीय कार्यालय पर अपना ज्ञापन तथा अपनी माँगें रखने हेतु पहुँचे तो निगम पार्षद ही अनुपस्थित थे। उनके लग्गू-भग्गुओं ने ज्ञापन लेने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि यह मुद्दा उनके विभाग में नहीं आता। बड़ी हास्यास्पद बात है कि इन सभी नेताओं के लिए चुनाव के समय सारे मुद्दे इनके विभाग में आ जाते हैं‌। आपके बच्चे इनके बच्चे बन जाते हैं और चुनाव ख़त्म होते ही हमारे बच्चों की मौत से भी इनको कोई फ़र्क नहीं पड़ता है।

बहरहाल, बदलती परिस्थितियों को संज्ञान में लेते हुए RWPI के नेतृत्व में पाँच मन्दिर के लोगों ने विधायक कार्यालय पर घेराव किया और अपना ज्ञापन सौंपा। हर बार की तरह जनता के तथाकथित प्रतिनिधि जो पूँजीपतियों की सेवा में लगे हैं, अपने कार्यालय पर मौजूद नहीं थे। ज्ञापन में छठ घाट से पानी निकलवाने की तात्कालिक माँग के साथ अन्य माँगों को भी रेखांकित किया गया।

यह घाट बारिश के मौसम में नाले और बरसात के पानी से भर जाता है। बार-बार प्रशासन को बोलने के बावजूद इसपर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। पाँच मन्दिर, शाहबाद डेरी में झुग्गियों के पीछे खुला मैदान स्थित है। यहाँ लोग पूरे दिन फैक्टरियों, कारखानों, और कोठियों में खटकर आने के बाद इस गर्मी और उमस के मौसम में बाहर टहलते हैं। कोई खुली जगह न होने के कारण बच्चे इसी पाँच मन्दिर के मैदान में खेलते-कूदते हैं। कुछ घटनाएँ ऐसी भी सामने आई जहाँ बच्चे तालाब में डूबते-डूबते बचे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए इस तालाब को नियमित तौर पर खाली करवाये जाने की माँग भी ज्ञापन में रखी गयी ताकि तालाब में डूबने से लेकर बीमारियों के पनपने के ख़तरे को टाला जा सके। इसके साथ ही यह माँग भी उठायी गयी कि तालाब के इर्द-गिर्द सुरक्षा हेतु चारदीवारी बनायी जाये और ख़राब पड़ी लाइट को जल्द से जल्द ठीक कराया जाये।

अगर इन माँगों पर उचित कार्रवाई नहीं की जाती है, तो इस मसले पर जनता को एकजुट किया जायेगा और फिर से बड़े पैमाने पर जुटान कर इन तथाकथित जनप्रतिनिधियों को घेरा जायेगा। RWPI के प्रवक्‍ता ने बताया कि इलाके रहने वाली मेहनतकश जनता को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने का काम RWPI निरन्‍तर कर रही है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान मज़दूरों, मेहनतकशों और इलाके में रहने वाली आम जनता ने RWPI के नेतृत्‍व में स्‍थानीय मुद्दों पर तमाम संघर्ष किये हैं और उनमें से कुछ में जीत भी हासिल की है। इस मुद्दे पर भी जनता को गोलबन्‍द और संगठित करने का काम तब तक जारी रखा जायेगा, जब तक कि उपरोक्‍त माँगें पूरी नहीं हो जातीं।

 

मज़दूर बिगुल, सितम्बर 2025

 

 

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