बिगुल पुस्तिका – 14
बोलते आँकड़े चीखती सच्चाइयाँ
नवउदारवादी अर्थनीति के 18 वर्ष – भारत की तरक्की के दावों की ढोल की पोल
समृद्धि के तलघर में नर्क का अँधेरा
आँकड़ों के ज़रिए निजीकरण-उदारीकरण के दो दशकों के ”विकास“ की असली तस्वीर।
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मज़दूरों के महान नेता लेनिन