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(बिगुल के मई 2000 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)
सम्पादकीय
वाजपेयी सरकार के मजदूरों के खिलाफ आक्रामक तेवर : किसी का इंतजार न करो! अपनी एकता मजबूत करो!
संघर्षरत जनता
ओसराम इण्डिया लिमिटेड के मज़दूर संघर्ष की राह पर
आन्दोलन : समीक्षा-समाहार
दिहाड़ी मज़दूरों को भी अपने आन्दोलन का साझीदार बनाना एक शानदार शुरूआत है
बहस
एक बीमाकर्मी साथी की ‘बिगुल’ में प्रकाशित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया और लेखक का उत्तर / मनोज कुमार गुप्ता, ललित सती
भारत में क्रान्तिकारी आन्दोलन की समस्याएं : एक बहस (चौथी किश्त) – बदली हुई विश्व परिस्थिति में क्रान्ति के स्तर निर्णय का प्रश्न / पी.आर. हरणे
महान शिक्षकों की कलम से
हमारे आंदोलन के आवश्यक काम / लेनिन
आपदाएं
सूखा : यह प्राकृतिक आपदा नहीं है, इसे मुनाफे की हवस पर टिकी व्यवस्था ने पैदा किया है / अभिनव सिन्हा
बाल मज़दूर
नई आर्थिक नीतियों का कहर बच्चों पर – देश में बाल मज़दूरों की सरकारी संख्या सवा दो करोड़ पहुँची / नमिता
लेखमाला
चीन की नवजनवादी क्रान्ति के अर्द्धशतीवर्ष के अवसर पर – जनमुक्ति की अमर गाथा : चीनी क्रान्ति की सचित्र कथा (भाग चार)
कारखाना इलाक़ों से
‘भारत का मानचेस्टर’ अहमदाबाद अब कपड़ा मिलों के कब्रगाह में तब्दील / सुनील चौधरी
आपके अधिकार क्या हैं / वर्कर्स सोलिडेरिटी
एक मज़दूर साथी की मौत पर मज़दूरों की भीड़ से उठे सवाल
गतिविधि रिपोर्ट
तराई क्षेत्र में मई दिवस पर मज़दूर मेले का आयोजन
मई दिवस पर मर्यादपुर के दो दर्जन गांवों में लोकस्वराज पंचायत का आयोजन
गजरौला में मई दिवस पर संयुक्त जुलूस
आपस की बात
और सरल भाषा में मजदूर-किसानों का मार्गदर्शन करें / कपिलदेव जी पटेल, पूर्वी चपांरण, बिहार
निस्सन्देह नयी सदी मेहनतकशों की होगी / घनश्याम, वाराणसी
मज़दूरों की कलम से
क्षुद्र स्वार्थों से ऊपर उठो! अपनी एकता को मजबूत करो / रवीन्द्र कुमार, पंतनगर
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मज़दूरों के महान नेता लेनिन