बोलते आँकड़े चीखती सच्चाइयाँ
- देश में हर तीन सेकंड में एक बच्चे की मौत हो जाती है। इनमें से ज़्यादातर मौतें मामूली इलाज से बचायी जा सकती हैं।
- देश का हर चौथा आदमी भूखे पेट रहता है। दुनिया भर में भूखे रहने वालों का एक तिहाई हिस्सा भारत में रहता है।
- लगभग साढ़े इक्कीस करोड़ लोगों को भरपेट भोजन मयस्सर नहीं।
- विश्व भर में 97 लाख बच्चे पाँच साल की उम्र पूरी करने से पहले ही मर जाते हैं, इनमें 21 लाख (यानी लगभग 21 प्रतिशत) बच्चे भारत के हैं।
- 5 वर्ष से कम उम्र के कुल बच्चों में से आधे बच्चों का वजन सामान्य से बहुत कम है।
- 5 वर्ष से कम उम्र के 38 प्रतिशत बच्चों की लम्बाई सामान्य से कम है।
- 50 प्रतिशत महिलाओं में खून की कमी
- 80 प्रतिशत बच्चों में खून की कमी
- हर 1000 में से 57 बच्चे पैदा होते ही मर जाते हैं।
- गर्भ या प्रसव के दौरान आधी महिलाओं को उचित देख-भाल नहीं मिलती।
- 2003 के मुकाबले अधिकतर खाद्य पदार्थों की कीमतों में 50 से 100 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है।
- 77 प्रतिशत भारतीय 20 रुपये रोज़ से कम पर गुजारा करते हैं।
- 86 प्रतिशत भारतीय 20 रुपये रोज़ से कम कमाते हैं।
बिगुल, अगस्त 2009
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