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(मज़दूर बिगुल के जुलाई 2011 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)
सम्पादकीय
बेहिसाब बढ़ती महँगाई सरकार की लुटेरी नीतियों का नतीजा है
संघर्षरत जनता
मज़दूर आंदोलन की समस्याएं
चीन : माओ की भविष्यवाणी सही साबित हुई / लखविन्दर
महान शिक्षकों की कलम से
बुर्जुआ चुनावों और क़ानूनी संघर्षों के बारे में सर्वहारा क्रान्तिकारी दृष्टिकोण / लेनिन
विकल्प का खाका
सुधार के नीमहकीमी नुस्ख़े बनाम क्रान्तिकारी बदलाव की बुनियादी सोच / कात्यायनी
बुर्जुआ जनवाद – दमन तंत्र, पुलिस, न्यायपालिका
फार्बिसगंज हत्याकाण्ड : नीतीश कुमार सरकार के ”सुशासन” का असली चेहरा! / प्रशान्त
साम्राज्यवाद / युद्ध / अन्धराष्ट्रवाद
अमेरिका है दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवादी! – भूमण्डलीय आतंकवादी के चुनिन्दा अपराध
बंगाल के अकाल पर नयी पुस्तक : ब्रिटिश साम्राज्यवादियों के बर्बर युद्ध-अपराध पर नयी रोशनी / सुजय सेन
अमेरिकी साम्राज्यवाद की अफगानिस्तान जंग के दस वर्ष – जंग आख़िर जनता ही जीतेगी… / लखविन्दर
लेखमाला
माँगपत्रक शिक्षणमाला -7 स्त्री मज़दूर सबसे अधिक शोषित-उत्पीड़ित हैं (पहली किश्त)
इतिहास
कारखाना इलाक़ों से
मज़दूर बस्तियों से
लुधियाना में मज़दूरों के लिए पुस्तकालय की स्थापना
कला-साहित्य
बेर्टोल्ट ब्रेष्ट की एक व्यंग्य कविता – सरकार और कला
मज़दूरों की कलम से
संघर्ष ईमानदार-बहादुराना होगा तो समाज के अन्य तबके भी मज़दूरों का साथ देंगे / ताजिन्दर, लुधियाना
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मज़दूरों के महान नेता लेनिन