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मई दिवस पर विभिन्न आयोजन

बिगुल डेस्क

दिल्ली में करावलनगर मज़दूर यूनियन, दिल्ली मेट्रो कामगार यूनियन, बिगुल मज़दूर दस्ता और स्त्री मज़दूर संगठन के नेतृत्व में 1 मई की सुबह 8 बजे से मज़दूर अधिकार रैली निकाली गयी। करावलनगर के लेबर चौक से शुरू होकर यह रैली इलाक़े की अनेक मज़दूर बस्तियों और कारख़ानों तथा गोदामों के इलाक़ों से गुज़रती रही जिसके बाद यह एक जनसभा में बदल गयी। सभा में वक्ताओं ने कहा आठ घण्टे के कार्यदिवस की माँग वेतन बढ़ाने जैसी आर्थिक माँगों से बढ़कर है। यह एक मज़दूर के लिए इंसानों जैसी ज़िन्दगी जीने की माँग है! अगर हम पशुओं की तरह नहीं जीना चाहते, अगर हम अपने बच्चों को यह नर्क जैसा जीवन नहीं देना चाहते तो हमें अपनी मानवीय गरिमा और सम्मान के लिए फिर से जंग छेड़नी होगी! हमें मई दिवस को इंसान की तरह जीने के हक़ के संघर्ष का दिन बना देना होगा।

दिल्ली के बादली इलाक़े में बिगुल मज़दूर दस्ता और स्त्री मज़दूर संगठन की ओर से 1 मई की शाम को राजा विहार बस्ती में जनसभा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और फ़िल्म शो आयोजित किया गया। सभा में वक्ताओं ने कहा कि आज भितरघातियों और नक़ली मज़दूर नेताओं ने मज़दूरों के लाल झण्डे को भी कलंकित कर दिया है। दिखावटी विरोध प्रदर्शनों और रस्मी हड़तालों से मज़दूरों को बहकाने का काम करके वे लुटेरों के राज को बचाने का ही काम कर रहे हैं। हमें इनसे सावधान रहना होगा और यह समझ लेना होगा कि मेहनतकश की मुक्ति ख़ुद मेहनतकश का काम है। इस मौक़े पर दो नाटकों और क्रान्तिकारी गीतों के अलावा मई दिवस की कहानी दर्शाने वाली छोटी फिल्म ‘लड़ाई जारी है’ दिखायी गयी।

लुधियाना में कारख़ाना मज़दूर यूनियन और टेक्सटाइल मज़दूर यूनियन ने पूडा ग्राउण्ड में मई दिवस कॉफ्रेंस का आयोजन किया। सम्मेलन की शुरुआत में मई दिवस के शहीदों को सलामी देते हुए लाल झण्डा फहराया गया। विभिन्न वक्ताओं ने सम्मेलन में कहा कि मज़दूर हमेशा से शोषण-दमन और नाइंसाफ़ी का सामना करते रहे हैं लेकिन उन्होंने कभी संघर्ष का रास्ता नहीं छोड़ा है। मई दिवस इस बात का गवाह है कि मज़दूरों ने आज तक जो कुछ भी हासिल किया है वह लड़कर ही हासिल किया है और उन्हें एक बार फिर शोषण और उत्पीड़न से पूर्ण आज़ादी की राह पर आगे बढ़ने का संकल्प लेना होगा। इस मौक़े पर कई क्रान्तिकारी गीत पेश किये गये और ”मई दिवस के शहीद अमर रहें” के नारों के साथ सम्मेलन समाप्त हुआ।

गोरखपुर में टेक्सटाइल वर्कर्स यूनियन और बिगुल मज़दूर दस्ता की ओर से टाउनहाल स्थित नगरनिगम के पार्क में मई दिवस पर जनसभा आयोजित की गयी। बरगदवा इलाक़े के अनेक कारख़ानों के मज़दूर रैली निकालकर सभा में पहुँचे। सहजनवा स्थित गीडा औद्योगिक क्षेत्र से भी काफ़ी संख्या में मज़दूरों ने सभा में शिरकत की। सभा में वक्ताओं ने मज़दूर नेताओं के लगातार जारी दमन की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि पूँजीपतियों और प्रशासन के गँठजोड़ के ख़िलाफ़ मज़दूरों का संघर्ष जारी रहेगा।

मुम्बई के चेम्बूर इलाक़े में रिलायंस एनर्जी के कान्ट्रैक्ट वर्कर्स ने मई दिवस पर रैली निकाली और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया। इस मौक़े पर बिगुल मज़दूर दस्ता के साथियों ने मज़दूरों को मई दिवस के इतिहास के बारे में विस्तार से बताया और आज नये सिरे से संगठित होकर संघर्ष करने की ज़रूरत पर बल दिया।

 

मज़दूर बिगुलमई 2012

 


 

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