Table of Contents
(मज़दूर बिगुल के जुलाई 2024 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ़ फ़ाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-ख़बरों आदि को यूनिकोड फ़ॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)
सम्पादकीय
मोदी सरकार की फ़ासीवादी श्रम संहिताओं के विरुद्ध तत्काल लम्बे संघर्ष की तैयारी करनी होगी
श्रम कानून
फासीवाद / साम्प्रदायिकता
काँवड़ यात्रियों के नाम पर योगी सरकार का एक और फ़ासिस्ट आदेश / राजू कुमार
विशेष लेख / रिपोर्ट
एक धनपशु के बेटे की शादी का अश्लील तमाशा और देश के विकास की बुलन्द तस्वीर! / अन्वेषक
महान शिक्षकों की कलम से
अक्टूबर क्रान्ति के नेता वी.आई. लेनिन के तीन विचारणीय उद्धरण
सामयिकी
रेल व्यवस्था का ग़रीब विरोधी चरित्र! लगातार बढ़ते ट्रेन हादसे! ज़िम्मेदार मोदी सरकार!! / भारत
विकास के खोखले दावों की पोल खोलते गिरते पुल, जलभराव, टूटी सड़कें! / भारत
शिक्षा और रोजगार
लेखमाला
क्रान्तिकारी मज़दूर शिक्षणमाला – 21 : पूँजीवादी संचय का आम नियम / अभिनव
महान जननायक
मज़दूरों के नाम भगतसिंह का पैग़ाम!
चन्द्रशेखर आज़ाद के जन्मदिवस (23 जुलाई) पर
मज़दूर बस्तियों से
जन विरोध के बाद लखनऊ में हज़ारों घरों पर बुलडोज़र चलाने से पीछे हटी योगी सरकार / लालचन्द
गतिविधि रिपोर्ट
कला-साहित्य
कहानी – यंत्रणागृह / अर्न्स्ट टोलर
ग़रीबों में सन्तोष का नुस्ख़ा / लू शुन
‘मज़दूर बिगुल’ की सदस्यता लें!
वार्षिक सदस्यता - 125 रुपये
पाँच वर्ष की सदस्यता - 625 रुपये
आजीवन सदस्यता - 3000 रुपये
आर्थिक सहयोग भी करें!
बुर्जुआ अख़बार पूँजी की विशाल राशियों के दम पर चलते हैं। मज़दूरों के अख़बार ख़ुद मज़दूरों द्वारा इकट्ठा किये गये पैसे से चलते हैं।
मज़दूरों के महान नेता लेनिन