(मज़दूर बिगुल के फरवरी 2024 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ़ फ़ाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-ख़बरों आदि को यूनिकोड फ़ॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)

 

 

सम्पादकीय

राम मन्दिर से अपेक्षित साम्प्रदायिक उन्माद पैदा करने में असफल मोदी सरकार अब काशी-मथुरा के नाम पर साम्प्रदायिक तनाव फैलाने की फ़िराक़ में

विशेष लेख / रिपोर्ट

भगतसिंह जनअधिकार यात्रा – चलो जन्तर-मन्तर! – 3 मार्च 2024

भारत जोड़ो न्याय यात्रा की असलियत / केशव

संघर्षरत जनता

गाज़ा वह फ़ीनिक्स पक्षी है जो अपनी राख से फिर उठ खड़ा होगा! / लता

नगर निगम गुड़गाँव के ठेका ड्राइवरों को हड़ताल की बदौलत आंशिक जीत हासिल हुई / शाम मूर्ति

फासीवाद / साम्‍प्रदायिकता

राम मन्दिर के बाद काशी के ज़रिये साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश में लगे संघ-भाजपा – इस उन्माद में मत बहिए! आइए अपने सही इतिहास को जानें! / भारत

हिटलर की तर्ज़ पर अरबों रुपये बहाकर मोदी की महाछवि का निर्माण / प्रियम्वदा

सामयिकी

कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न और मण्डल कमीशन की राजनीति / विवेक

बुर्जुआ जनवाद – दमन तंत्र, पुलिस, न्यायपालिका

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राम रहीम की पैरोल पर रिहाई के मायने / अदिति

पर्यावरण / विज्ञान

मुनाफ़े की भेंट चढ़ता हसदेव जंगल : मेहनत और कुदरत दोनों को लूट रहा पूँजीवाद / चन्द्रप्रकाश

लेखमाला

क्रान्तिकारी मज़दूर शिक्षणमाला – 18 : पूँजी का संचय / अभिनव

महान जननायक

अमर शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद की क्रान्तिकारी विरासत को आगे बढ़ाओ! / विशाल

कला-साहित्य

दो फ़िलिस्तीनी कविताएँ / समीह अल-कासिम. इब्राहीम तुकन

आपस की बात

आपस की बात – देश के मज़दूर हैं (कविता)

 


 

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मज़दूरों के महान नेता लेनिन

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