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(मज़दूर बिगुल के सितम्बर 2022 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ़ फ़ाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-ख़बरों आदि को यूनिकोड फ़ॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)
सम्पादकीय
समसामयिक
बिलकिस बानो बलात्कार और हत्या मामले के 11 अपराधियों की रिहाई : भाजपा और संघ की बेशर्मी की पराकाष्ठा / लता
दलित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाओ! राजस्थान में स्कूली छात्र इन्द्र मेघवाल की हत्या बढ़ती जातीय नफ़रत का नतीजा है
बिहार में सियासी उलटफेर कोई आश्चर्य की बात नहीं – ‘तू नंगा तो तू नंगा, मौक़ा मिले तो सब चंगा’ – यही है पूँजीवादी लोकतंत्र की असली हक़ीक़त / आशीष
संघी ढोल की पोल
योगी के रामराज्य में इलाज बिना मरते मेहनतकश / लालचन्द्र
‘फ़्रण्ट लाइन वर्करों’ के नाम पर प्रधानमंत्री मोदी की नयी जुमलेबाज़ी! / वृषाली
मोदी के जुमलों की बारिश के बीच कैथल के मनरेगा मज़दूरों के हालात पर एक नज़र
आज़ादी के अमृत महोत्सव में सड़कों पर तिरंगा बेचती ग़रीब जनता / भारत
लेखमाला
अर्थनीति
बीते साल क़र्ज़ों की माफ़ी के साथ पूँजीपति हुए मालामाल! / भारत
मज़दूरों के हालात
बेरोज़गारी और आर्थिक संकट के दौर में बढ़ती आत्महत्याएँ; आत्महत्या करने वाला हर चौथा इन्सान दिहाड़ी मज़दूर / भारत
सिडकुल, हरिद्वार में मज़दूरों की हड्डियाँ कैसे निचोड़ी जाती हैं : एक फ़ैक्टरी से रिपोर्ट / फ़ेबियन
जानलेवा शोषण के ख़िलाफ़ लड़ते बंगलादेश के चाय बाग़ान मज़दूर / केशव
उत्तर-पश्चिम दिल्ली के छोटे कारख़ानों में बेहद बुरी स्थितियों में खटती स्त्री मज़दूर
अन्तर्राष्ट्रीय
ताइवान को लेकर अमेरिका व चीन के बीच तेज़ होती अन्तर-साम्राज्यवादी होड़ / पराग वर्मा
विरासत
मज़दूरों और मेहनतकशों की मुक्ति को समर्पित महान क्रान्तिकारी और चिन्तक थे हमारे भगतसिंह / आशीष
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मज़दूरों के महान नेता लेनिन