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(मज़दूर बिगुल के जून 2021 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ़ फ़ाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-ख़बरों आदि को यूनिकोड फ़ॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)
सम्पादकीय
लाखों लोगों को मौत के हवाले करके फ़ासिस्ट सत्ताधारी फिर अपने चुनावी खेल में लग गये हैं!
फ़ासीवाद/साम्प्रदायिकता
हरियाणा के मेवात में साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने में लगे नफ़रत के सौदागर! / इन्द्रजीत
लक्षद्वीप : देश के सबसे शान्त इलाक़ों में से एक को अशान्त और अस्थिर करने में जुटे संघ और भाजपा / केशव आनन्द
जो सच-सच बोलेंगे, मारे जायेंगे! / सार्थक
असली मुद्दों से ध्यान भटकाने में लगे संघियों के झूठे और ज़हरीले प्रचार का पर्दाफ़ाश करना होगा! / भारत
कोरोना महामारी और पूँजीवाद
हमारे देश और दुनिया में पैदा हुई वैक्सीन की किल्लत का ज़िम्मेदार कौन? / डॉ. पावेल पराशर
सालों से उपेक्षित बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की असलियत और कोरोना महामारी में उजागर होते उसके भयावह नतीजे! / वारुणी पूर्वा
कोरोना की आपदा : मालिकों के लिए मज़दूरों की लूट का अवसर
धनी किसान आन्दोलन और किसान-प्रश्न
पूँजीवादी किसान, पूँजीवादी ज़मींदार, आढ़तिये, व्यापारी और बिचौलिये किस तरह गाँव के ग़रीबों को लूटते हैं? / अभिनव
धनी किसान-कुलक आन्दोलन का हालिया घटनाक्रम और “किसान-मज़दूर एकता” के नारे की असलियत / शिवानी
बुर्जुआ दमनतंत्र
जनता के विरोध और आन्दोलनों को कुचलने के लिए हरियाणा सरकार का नया काला क़ानून “सम्पत्ति क्षति वसूली क़ानून – 2021”
भारतीय राज्यसत्ता द्वारा बस्तर में क़त्लेआम जारी…; नक्सलवाद बहाना है, जनता ही निशाना है! / अनन्त
संघर्षरत जनता
चुनाव
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव : एक रिपोर्ट / प्रसेन
आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में अकाली दल और बसपा का अवसरवादी गठबन्धन – एक संक्षिप्त टिप्पणी!
कारख़ाना इलाक़ों और मज़दूर बस्तियों से
मुम्बई : मेहनतकशों की ठण्डी हत्याओं की राजधानी / अविनाश
पुणे में 18 मज़दूरों की मौत : मज़दूर नहीं जागे तो मौतों का यह सिलसिला चलता ही रहेगा
दिल्ली के शाहाबाद डेरी में मज़दूर बस्तियों के बगल में बनाये गये श्मशान को हटाने का संघर्ष और सरकारी तंत्र का मकड़जाल! / प्रियम्वदा
जन स्वास्थ्य अधिकार मुहिम
देश के अनेक राज्यों में जारी ‘जन स्वास्थ्य अधिकार मुहिम’ का आह्वान; स्वास्थ्य के अधिकार के बिना जीने का अधिकार बेमानी है! जागो, एकजुट हो, आवाज़ उठाओ!
कायर संघियों का जन स्वास्थ्य अधिकार मुहिम के कार्यकर्ताओं पर हमला
बोलते आँकड़े चीख़ती सच्चाइयाँ
बोलते आँकड़े चीख़ती सच्चाइयाँ / पराग वर्मा
महान जननायक
मेहनतकश जनता के सच्चे लेखक मक्सिम गोर्की के स्मृति दिवस पर एक साहित्यिक परिचय / राजकुमार
जन्मदिवस (14 जून) के अवसर पर क्यूबा की क्रान्ति के नायक चे ग्वेरा को याद करते हुए कुछ कविताएँ
कला-साहित्य
कार्टून/तस्वीरें
गुज़रे दिन : कुछ कार्टूनिस्टों की नज़र में
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बुर्जुआ अख़बार पूँजी की विशाल राशियों के दम पर चलते हैं। मज़दूरों के अख़बार ख़ुद मज़दूरों द्वारा इकट्ठा किये गये पैसे से चलते हैं।
मज़दूरों के महान नेता लेनिन