(मज़दूर बिगुल के अगस्त-सितम्बर 2016 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)

सम्पादकीय
2 सितम्बर की हड़ताल जैसे वार्षिक अनुष्ठानों से क्या होगा? पूँजीवादी मुनाफे का चक्का जाम करने के लिए मज़दूरों को अपनी एकता को मज़बूत कर लम्बी लड़ाई लड़नी होगी!
अर्थनीति : राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय
दाल की बढ़ती कीमतों की हक़ीक़त / श्वेता
श्रम कानून
कारखाना (संशोधन) विधेयक 2016: ”अच्छे दिनों” में मज़दूरों को एक और सौगात ! मज़दूरों से किये वायदों को पूरा करने के बजाय एक बार फिर मोदी सरकार ने भोंका मज़दूरों की पीठ में छुरा! / सिमरन
फासीवाद / साम्प्रदायिकता
सारण (बिहार) में साम्प्रदायिक उत्पात / चन्दन कुमार मिश्र
विशेष लेख / रिपोर्ट
अरब देशों में भारतीय मज़दूरों की दिल दहला देने वाली दास्तान / आनन्द सिंह
संघर्षरत जनता
होंडा मज़दूरों का संघर्ष जारी है! दिल्ली में जंतर-मंतर पर शुरू हुई अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल
होंडा के मजदूरों के समर्थन में गोरखपुर में विरोध प्रदर्शन
महान शिक्षकों की कलम से
मार्क्स की ‘पूँजी’ को जानिये : चित्रांकनों के साथ (छठी किस्त) / ह्यूगो गेलर्ट
समाज
अभी भी पंजाब में लड़कियों के साथ भेद-भाव बड़े स्तर पर जारी / रोशन
सिर पर छत की ख़ातिर नैतिकता की नीलामी के लिए मजबूर लोग / बलजीत
बुर्जुआ जनवाद – दमन तंत्र, पुलिस, न्यायपालिका
पंजाब सरकार एक और काला कानून ‘पकोका’ लाने की तैयारी में / बिन्नी
साम्राज्यवाद / युद्ध / अन्धराष्ट्रवाद
साम्राज्यी युद्धों की भेंट चढ़ता बचपन / सिकंदर
स्वास्थ्य
पूँजीवाद और स्वास्थ्य सेवाओं की बीमारी / डॉ. नवमीत
बोलते आँकड़े, चीख़ती सच्चाइयाँ
जनता की बदहाली के दम पर दिनों-दिन बढ़ रही है भारत के धन्नासेठों की आमदनी / मानव
औद्योगिक दुर्घटनाएं
वज़ीरपुर की फैक्ट्रियों में एक दिन में दो मज़दूरों की मौत! हमारी लाशों पर मालिकों के आलीशान बंगले और गाड़ियां खड़ी हैं! सुरक्षा के इंतज़ाम हासिल करने की लड़ाई मज़बूत करो! यूनियन के सुरक्षा इंतज़ाम अभियान को मजबूत करो!
वज़ीरपुर के मौत और मायूसी के कारखानों में लगातार बढ़ते मज़दूरों की मौत के मामले! श्रम कानूनों का नंगा उल्लंघन, मालिक और प्रशासन की मिलीभगत की बलि चढ़ते मज़दूर! / सिमरन
मज़दूर बस्तियों से
मज़दूर इलाक़े में मज़दूर साथियों के साथ के कुछ अनुभव / शिवार्थ
‘मज़दूर बिगुल’ के बारे में मज़दूर परिवार की एक बच्ची के विचार / कोमल, पांचवी कक्षा, सरकारी स्कूल, ताजपुर रोड, लुधियाना
गतिविधि रिपोर्ट
राजनीतिक-आर्थिक-सामाजिक क्रान्ति को अलग-अलग करके देखना अवैज्ञानिक है
शहीद ऊधमसिंह पार्क में शहीदों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया
कला-साहित्य
असग़र वजाहत की कहानी ज़ख़्म के कुछ अंश
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मज़दूरों के महान नेता लेनिन
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