भारत में बढ़ती नशाखोरी का आलम
भारत एक युवाओं का देश है। कहा जा रहा है कि युवाओं के दम पर 2020 में दुनिया की “आर्थिक महाशक्ति” बना जा सकता है। लेकिन जिस युवा पीढ़ी के बल को देखकर अन्दाज़ा लगाया जा रहा है। वह ठीक नहीं है। क्योंकि वह युवा आज बेरोज़गारी के चलते आत्महत्या करने को विवश है, वह युवा आज डिग्रियाँ लेकर सड़कों पर भटकने के लिए मजबूर है, वह युवा आज दिन-पर-दिन नशे की गिरफ़्त में आ रहा है। युवा तो युवा आज बच्चे भी नशे के शिकार हो रहे हैं। बीड़ी से लेकर शराब तक, छोटा हो या बड़ा नशा हो – देश को अन्दर से खोखला कर रहा है।