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(बिगुल के फरवरी-मार्च 2002 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)
सम्पादकीय
गुजरात में नरसंहार : सोचो मजदूर साथियो! सोचो मेहनतकश भाइयो! यह विनाशलीला किनके हक में है? कौन इस रच रहे हैं? यह देश को कहां ले जायेगा?
अर्थनीति : राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय
बजट 2002 : अब जेब नहीं गला काटने की पारी / ललित सती
मज़दूर आंदोलन की समस्याएं
मजदूर आंदोलनो को नई धार देने के लिए ट्रेडयूनियनों में जनवाद बहाल करो
मजदूर आन्दोलन की एकता के लिए ट्रेड यूनियनों के नेतृत्व पर मजदूर आबादी का बढ़ता दबाव : मजदूर आन्दोलन फिर सरगर्म हो रहा है
महान शिक्षकों की कलम से
नई भरती करो (वोग्दानोव और गूसेव के नाम लेनिन के एक पत्र से, 11 फरवरी 1905) / लेनिन
समाज
सिर न झुकाने पर स्वर्णों द्वारा दलित बच्ची की पीटकर हत्या, इस अमानवीय सामाजिक ढांचे को तोड़ना ही होगा / दशवंत
बुर्जुआ जनवाद – दमन तंत्र, पुलिस, न्यायपालिका
कंडेला किसान गोली काण्ड की अगली कड़ी है खानक काण्ड / पंकज
सोनीपत में चौटाला सरकार के नौकरशाहों का आतंक-राज : दमन-चक्र, गिरफ्तारी और फर्जी मुकदमों के जरिये लोक स्वराज्य पंचायत को रोका
बुर्जुआ जनवाद – चुनावी नौटंकी
चार राज्यों के विधानसभा-चुनावों के परिणाम और भविष्य के कुछ पूर्व-संकेत / आलोक रंजन
साम्राज्यवाद / युद्ध / अन्धराष्ट्रवाद
नेपाल के क्रांतिकारी संघर्ष को कुचलने के लिए अब प्रत्यक्ष अमेरिकी दखलन्दाजी की तैयारी : हथियारों के मद में 20 करोड़ डालर की भारी मदद, अमेरिकी रक्षा विशेषज्ञ नेपाल पहुँचे
लेखमाला
पार्टी की बुनियादी समझदारी (अध्याय-5) तेरहवीं किश्त
जन्मदिवस के अवसर पर – लेनिन के साथ दस महीने – दसवीं किश्त / अल्बर्ट रीस विलियम्स
कारखाना इलाक़ों से
एक्सपोर्ट गारमेण्ट कारखानों की नरक-कथा : नोएडा के उजरती गुलामों की जिन्दगी का एक पहलू / अजय
होण्डा पावर प्रोडक्ट्स के मजदूर सड़कों पर ढकेले गये : व्यापक मजदूर एकता के दम पर लड़ना होगा और जीतना होगा
गतिविधि रिपोर्ट
हल्द्वानी में “नेपाल में आपातकाल और बाहरी हस्तक्षेप” पर संगोष्ठी : अमेरिकी निगाहें अब दक्षिणी एशिया पर टिकीं
भारतीय अर्थव्यवस्था पर डब्ल्यू.टी.ओ के कसते शिकंजे के खिलाफ एकता का आह्वान : रामनगर में साम्राज्यवादी वैश्वीकरण विरोधी मंच का राज्यस्तरीय सम्मेलन
रूद्रपुर में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आह्वान
कला-साहित्य
कविता : जंग / शमशीर कुमार सोनकर
कविता – सिलेसियाई बुनकरों का गीत / हाइनरिख हाइने
मज़दूरों की कलम से
मजदूरों की गाढ़ी कमाई हड़प जाते हैं मालिक / ए.के. सिंह, लुधियाना
मैं बिगुल का नियमित पाठक हूँ / विक्रम सिंह, लुधियाना
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मज़दूरों के महान नेता लेनिन