(बिगुल के मार्च-अप्रैल 2010 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)

सम्पादकीय
बजट 2010-11 : इजारेदार पूँजी के संकट और मुनाफे का बोझ आम गरीब मेहनतकश जनता के सिर पर – कारपोरेट घरानों, धनी किसानों, खुशहाल मध्यवर्ग पर तोहफों की बारिश! मजदूरों, गरीब किसानों और निम्न मध्यवर्ग की जेब से आखिरी चवन्नी भी चोरी!
अर्थनीति : राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय
पंजाब राज्य बिजली बोर्ड तोड़ने की तैयारी
लोकतन्त्र की लूट में जनता के पैसे से अफसरों की ऐयाशी
श्रम कानून
शीला जी? आपको पता है, न्यूनतम मजदूरी कितने मजदूरों को मिलती है?
महान शिक्षकों की कलम से
मार्क्सवाद और सुधारवाद / लेनिन
विरासत
मज़दूरों के नाम भगतसिंह का पैग़ाम!
राहुल सांकृत्यायन की जन्मतिथि (9 अप्रैल) और पुण्यतिथि (14 अप्रैल) के अवसर पर
स्त्री मज़दूर
अन्तरराष्ट्रीय स्त्री दिवस के सौ वर्ष पूरे होने के अवसर पर – स्त्री मुक्ति के संघर्ष को शहरी शिक्षित उच्च मध्यवर्गीय कुलीनतावादी दायरों के बाहर लाना होगा / शिवानी
लेखमाला
कैसा है यह लोकतन्त्र और यह संविधान किनकी सेवा करता है? (दूसरी किस्त) – ऐतिहासिक पृष्ठभूमि / आलोक रंजन
बोलते आँकड़े, चीख़ती सच्चाइयाँ
भूख से दम तोड़ते सपने और गोदामों में सड़ता अनाज
कारखाना इलाक़ों से
जब मालिक ने मजदूरों से हाथ जोड़कर माफी माँगी
गतिविधि रिपोर्ट
‘क्रान्तिकारी जागृति अभियान’ का आह्वान – भगतसिंह की बात सुनो! नयी क्रान्ति की राह चुनो!!
8 मार्च के मौके पर ‘स्त्री मजदूर संगठन’ की शुरुआत
पंजाब में क्रान्तिकारियों की याद में कार्यक्रम
कला-साहित्य
अतीत की कड़वी यादें, भविष्य के सुनहरे सपने और भय व उम्मीद की वो रात-मक्सिम गोर्की के उपन्यास ‘माँ’ का अंश
मज़दूरों की कलम से
कविता – मुनाफ़ाखोर व्यापारी की प्रार्थना / ताज मुहम्मद अंसारी,लुधियाना
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मज़दूरों के महान नेता लेनिन
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