दिल्ली में जनसंगठनों ने उत्तर प्रदेश भवन पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा
गोरखपुर में मज़दूरों पर फायरिंग की घटना के विरोध में विभिन्न जनसंगठनों के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के उत्तर प्रदेश भवन पर धरना दिया और मुख्यमन्त्री के नाम ज्ञापन देकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की माँग की।
धरनास्थल पर प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार के घोर निरंकुश एवं मज़दूर विरोधी रवैये के कारण प्रशासन और पुलिस के अधिकारी बेख़ौफ होकर मज़दूरों के दमन-उत्पीड़न में भागीदार बन रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि इस घटना में गोरखपुर ज़िला प्रशासन तथा पुलिस की भूमिका अत्यन्त निन्दनीय है तथा मिलमालिकों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की साँठगाँठ की ओर इशारा करती है। घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी मिलमालिक और अपराधियों के सरगना को गिरफ़्तार नहीं किया गया है। उल्टे मज़दूर नेताओं को फर्ज़ी मामले में फँसाने तथा मज़दूरों के न्यायसंगत एवं विधिसम्मत आन्दोलन को ”आतंकवादी” सिद्ध करने का प्रयास किया जा रहा है।
ज्ञापन में माँग की गयी है कि मज़दूरों पर फायरिंग कराने वाले मिलमालिक तथा अपराधी सरगना प्रदीप सिंह एवं उसके गुण्डों को तत्काल गिरफ़्तार कर हत्या के प्रयास का मुक़दमा चलाया जाये, अपराधियों को बचाने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाये, घटना की न्यायिक जाँच करायी जाये, फायरिंग के कारण अपंग हुए मज़दूरों के इलाज की पूरी व्यवस्था की जाये और उन्हें 10-10 लाख रुपये मुआवज़ा घोषित किया जाये, मज़दूरों पर लगाये गये सभी फर्ज़ी मुक़दमे वापस लिये जायें तथा अंकुर उद्योग लिमिटेड के 18 मज़दूरों का निलम्बन वापस लेकर कारख़ाने को अविलम्ब चालू कराया जाये।
वक्ताओं ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार इन माँगों पर कार्रवाई नहीं करती है तो प्रदेश व्यापी जन-असहयोग आन्दोलन और लम्बे मज़दूर सत्याग्रह की शुरुआत की जायेगी। धरने में करावलनगर मज़दूर यूनियन के आशीष एवं नवीन कुमार, दिल्ली मेट्रो कामगार यूनियन के अजय स्वामी, दिशा छात्र संगठन के अभिनव सिन्हा, राहुल फाउण्डेशन के सत्यम, स्त्री मज़दूर संगठन की कविता, सुवी एवं श्रुति, स्त्री मुक्ति लीग की शिवानी, बिगुल मज़दूर दस्ता के रूपेश कुमार, जागरूक नागरिक मंच, रोहिणी की मीनाक्षी, सन्दीप शर्मा एवं जयपुष्प, नौजवान भारत सभा के योगेश स्वामी, जनचेतना मंच, गोहाना की डा. शान्ति शर्मा एवं नरेश विरोधिया, ‘पहल’ से जुड़ी स्मृति, नन्दिता एवं नेहा, फिल्मकार चारु चन्द्र पाठक, संगीतकार सौरभ बनर्जी सहित अनेक संगठनों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए।
मज़दूर बिगुल, मई-जून 2011
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