Table of Contents
(मज़दूर बिगुल के मई 2022 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ़ फ़ाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-ख़बरों आदि को यूनिकोड फ़ॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)
सम्पादकीय
बोलते आँकड़े, चीख़ती सच्चाइयाँ
फ़ासीवाद
मई दिवस और मज़दूर वर्ग
मई दिवस 1886 से मई दिवस 2022; कितने बदले हैं मज़दूरों के हालात? / भारत
संघर्षों के बीच
आँगनवाड़ी महिलाकर्मियों का आन्दोलन जारी है! / प्रियम्वदा
‘दिल्ली स्टेट आँगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन’ बनाम दिल्ली सरकार और महिला एवं बाल विकास विभाग के दिल्ली हाईकोर्ट में जारी केस की राजनीतिक रपट और हर दिन के साथ उजागर होती ‘सीटू’ की ग़द्दारी और विश्वासघात
कारख़ाना इलाक़ों से
हुन्दई मोबिस के मज़दूरों का संघर्ष भी समाप्ति की ओर; ऑटो सेक्टर के मज़दूरों के लिए कुछ ज़रूरी सबक़ और भविष्य के लिए एक प्रस्ताव / शाम मूर्ति
दुनिया की सबसे ताक़तवर कम्पनियों में से एक को हराकर अमेज़न के मज़दूरों ने कैसे बनायी अपनी यूनियन / भारत
आरटी पैकेजिंग के श्रमिकों का संघर्ष / अनन्त
शिक्षा व रोज़गार
मेहनतकश और युवा आबादी पर टूटता बेरोज़गारी का क़हर / अविनाश
समाज
मज़दूरों के बीच सट्टेबाज़ी ऐप्स का बढ़ता ख़तरनाक चलन / विवेक
दिल्ली मेट्रो में काम कर रहे सफ़ाई कर्मचारियों के बदतर हालात / भारत
विरासत
शिकागो के शहीद मज़दूर नेताओं की कहानी / हावर्ड फ़ास्ट
सारी दुनिया के मज़दूरों के नेता और शिक्षक कार्ल मार्क्स के जन्मदिवस (5 मई) पर
गतिविधि रिपोर्ट
विभिन्न इलाक़ों में मई दिवस के कार्यक्रमों की एक रिपोर्ट / केशव
आपस की बात
मज़दूर बिगुल के सभी पाठकों और शुभचिन्तकों से…
‘मज़दूर बिगुल’ की सदस्यता लें!
वार्षिक सदस्यता - 125 रुपये
पाँच वर्ष की सदस्यता - 625 रुपये
आजीवन सदस्यता - 3000 रुपये
आर्थिक सहयोग भी करें!
बुर्जुआ अख़बार पूँजी की विशाल राशियों के दम पर चलते हैं। मज़दूरों के अख़बार ख़ुद मज़दूरों द्वारा इकट्ठा किये गये पैसे से चलते हैं।
मज़दूरों के महान नेता लेनिन