मुख्य पेज
परिचय
पुराने अंक
बिगुल पुस्तिकाएँ
पर्चे
बहसें
क्रान्तिकारी गीत
वृत्तचित्र/फ़िल्में
सम्पर्क
सदस्यता
Category Archives:
आर्काइव
मार्च 2017
आर्काइव
-
no comments
विधानसभा चुनाव परिणाम : फासिस्ट शक्तियों की सत्ता पर बढ़ती पकड़
आधार : लूटतन्त्र की रक्षा के लिए जनता पर निगरानी और नियन्त्रण का औज़ार
ऑटोमोबाइल सेक्टर में एक और आन्दोलन चढ़ा कुत्सित ग़द्दारी और मौक़ापरस्ती की भेंट
अर्थव्यवस्था की विकास दर बढ़ने के आँकड़े : जुमला सरकार का एक और झूठ
सोफ़ी शोल : फासीवाद के विरुद्ध लड़ने वाली एक बहादुर लड़की की गाथा
बन्द होती सार्वजनिक क्षेत्र की दवा कम्पनियाँ : सरकार की मजबूरी या साजिश?
मारुति मज़दूरों के केस का फ़ैसला : पूँजीवादी व्यवस्था की न्याय व्यवस्था का बेपर्द नंगा चेहरा
फासीवादियों का प्रचार तन्त्र
Read Post →
फरवरी 2017
आर्काइव
-
no comments
पाँच राज्यों में एक बार फिर विकल्पहीनता का चुनाव : मज़दूर वर्ग के स्वतन्त्र पक्ष के क्रान्तिकारी प्रतिनिधित्व का सवाल
बजट और आर्थिक सर्वेक्षण: अर्थव्यवस्था की ख़स्ता हालत को झूठों से छिपाने और ग़रीबों की क़ीमत पर थैलीशाहों को फ़ायदा पहुँचाने का खेल
नरेन्द्र मोदी – यानी झूठ बोलने की मशीन के नये कारनामे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियाँ और जनता का प्रतिरोध
‘इस्क्रा’ के सम्पादकीय बोर्ड का घोषणापत्र – वी.आई. लेनिन (सम्पादकीय बोर्ड की ओर से)
पूँजीपतियों की हड़ताल
”हम लूटमार नहीं, क्रान्ति करने आये हैं!’’
Read Post →
जनवरी 2017
आर्काइव
-
no comments
हिन्दुत्ववादी फासिस्टों और रंग-बिरंगे लुटेरे चुनावी मदारियों के बीच जनता के पास चुनने के लिए क्या है?
क्या आपको अपने मोबाइल फ़ोन में से किसी बच्चे की आहों की आवाज़ आ रही है
नकली देशभक्ति का शोर और सेना के जवानों की उठती आवाज़ें
“अच्छे दिन” के कानफाड़ू शोर के बीच 2% बढ़ गयी किसानों और मज़दूरों की आत्महत्या दर!
नोटबन्दी को लेकर सारे सरकारी दावे झूठे: जनता की मेहनत की कमाई पर डाका
मध्य प्रदेश – नवजात बच्चों का नर्क
नये साल के ठीक पहले झारखण्ड की कोयला खदान में दर्दनाक हादसा
मोदी मण्डली के जन-कल्याण के हवाई दावे बनाम दौलत के असमान बँटवारे में तेज़ वृद्धि
हिन्दुत्ववादी कट्टरपंथियों और पुलिस को जनवादी जनसंगठनों की एकता ने दिया मुँहतोड़ जवाब
Read Post →
दिसम्बर 2016
आर्काइव
-
no comments
मेहनतकश जन-जीवन पर पूँजी के चतुर्दिक हमलों के बीच गुज़रा एक और साल
फासीवाद की बुनियादी समझ बनायें और आगे बढ़कर अपनी ज़िम्मेदारी निभायें
शासक वर्गों द्वारा मेहनतकशों की जातिगत गोलबन्दी का विरोध करो! अपने असली दुश्मन को पहचानो!
अक्टूबर क्रान्ति की विरासत और इक्कीसवीं सदी की नयी समाजवादी क्रान्तियों की चुनौतियाँ
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा ‘समान काम के लिए समान वेतन’ का फ़ैसला लेकिन देश की बहुसंख्यक मज़दूर आबादी को इससे हासिल होगा क्या?
नोटबन्दी – जनता की गाढ़ी कमाई से सरमायेदारों की तिजोरियाँ भरने का बन्दोबस्त
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की जीत का मतलब क्या है?
Read Post →
अक्टूबर-नवम्बर 2016
आर्काइव
-
no comments
अक्टूबर क्रान्ति की स्मृतियों से संकल्प लो – नयी सदी की नयी समाजवादी क्रान्तियों की तैयारी करो
विकास के शोर के बीच भूख से दम तोड़ता मेहनतकश
समाज सेवा के नाम पर बच्चियों की तस्करी – आर.एस.एस. का साम्प्रदायिक, स्त्री विरोधी चरित्र हुआ और नंगा
ग़रीबों के मुँह का ग्रास छीनकर बढ़ती जीडीपी और मालिकों के मुनाफ़े!
बड़े नोटों पर पाबन्दी – अमीरों के जुर्मों की सज़ा ग़रीबों को
अक्टूबर क्रान्ति के शताब्दी वर्ष की शुरुआत के अवसर पर ‘लेनिन कथा’ से कुछ अंश
फ़ासिस्ट ट्रम्प की जीत ने उतारा साम्राज्यवाद के चौधरी के मुँह से उदारवादी मुखौटा
Read Post →
अगस्त-सितम्बर 2016
आर्काइव
-
no comments
पूँजीवादी मुनाफे का चक्का जाम करने के लिए मज़दूरों को अपनी एकता को मज़बूत कर लम्बी लड़ाई लड़नी होगी!
जनता की बदहाली के दम पर दिनों-दिन बढ़ रही है भारत के धन्नासेठों की आमदनी
पूँजीवाद और स्वास्थ्य सेवाओं की बीमारी
कारखाना (संशोधन) विधेयक 2016 : मोदी सरकार ने भोंका मज़दूरों की पीठ में छुरा !
दाल की बढ़ती कीमतों की हक़ीक़त
मार्क्स की ‘पूँजी’ को जानिये : चित्रांकनों के साथ (छठी किस्त)
सिर पर छत की ख़ातिर नैतिकता की नीलामी के लिए मजबूर लोग
होंडा मज़दूरों का संघर्ष जारी है!
Read Post →
जुलाई 2016
आर्काइव
-
no comments
लुभावने जुमलों से कुछ न मिलेगा, हक़ पाने हैं तो लड़ना होगा!
मार्क्स की ‘पूँजी’ को जानिये : चित्रांकनों के साथ (पाँचवी किस्त)
मौत की खदानों में मुनाफे का खेल
भाजपा और आरएसएस के दलित प्रेम और स्त्री सम्मान का सच
फासीवादी नारों की हक़ीक़त – हिटलर से मोदी तक
लाखों खाली पड़े घर और करोड़ों बेघर लोग – पूँजीवादी विकास की क्रूर सच्चाई
गुड़गाँव में मज़दूरों के एक रिहायशी लॉज की चिट्ठी, मज़दूर बिगुल के नाम!
बरगदवां, गोरखपुर में मज़दूर नयी चेतना और जुझारूपन के साथ एक बार फिर संघर्ष की राह पर
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के ठेका मज़दूरों के लम्बे संघर्ष की एक बड़ी जीत!
Read Post →
जून 2016
आर्काइव
-
no comments
नाकाम मोदी सरकार और संघ परिवार पूरी बेशर्मी से नफ़रत की खेती में जुट चुके हैं!
उद्योग सुस्त, रोज़गार सृजन पस्त, महँगाई बढ़ी, आमदनी घटी – ”अच्छे दिनों” की बुरी हक़ीक़त!
किसानों-खेत मज़दूरों की बढ़ती आत्महत्याएँ और कर्ज़ की समस्या : जिम्मेदार कौन है? रास्ता क्या है?
बुरे दिनों की एक और आहट – बजरंग दल के शस्त्र प्रशिक्षण शिविर
चॉकलेट उद्योग का ग़ुलाम बचपन
मार्क्स की ‘पूँजी’ को जानिये : चित्रांकनों के साथ (चौथी किस्त)
आर्थिक संकट की चपेट में विकसित मुल्कों के मेहनतकश लोग
गहराते आर्थिक संकट के बीच बढ़ रहा वैश्विक व्यापार युद्ध का ख़तरा
टेक्सटाइल-होज़री मज़दूरों की हड़तालों ने अड़ियल मालिकों को झुकने के लिए मजबूर किया
Read Post →
मई 2016
आर्काइव
-
no comments
देश को ख़ूनी दलदल या गुलामों के कैदख़ाने में तब्दील होने से बचाना है तो एकजुट होकर उठ खड़े हो!
जीएसटी और अन्य टैक्स नीतियों का मेहनतकशों की ज़िन्दगी पर असर
मई दिवस पर देशभर में उठी आवाज – मई दिवस का नारा है! सारा संसार हमारा है!
आर.एस.एस. और बी.एम.एस. के मई दिवस विरोध के असली कारण
‘आधार’ – जनता के दमन का औज़ार
मोदी सरकार के ख़िलाफ़ बेंगलुरु की स्त्री गारमेंट मज़दूरों ने संभाली कमान
पनामा पेपर्स मामला : पूँजीवादी पतन का एक प्रतिनिधि उदाहरण
कश्मीर : आओ देखो गलियों में बहता लहू
मार्क्स की ‘पूँजी’ को जानिये : चित्रांकनों के साथ (तीसरी किस्त)
Read Post →
मार्च-अप्रैल 2016
आर्काइव
-
no comments
देशद्रोही वे हैं जो इस देश के लुटेरों के साथ सौदे करते हैं और इसकी सन्तानों को लूटते हैं, उन्हें आपस में लड़ाते हैं, दबाते और कुचलते हैं!!
झूठी देशभक्ति और राष्ट्रवाद की चाशनी में डूबा संघी आतंक और फ़ासीवाद!
महाराष्ट्र में 2 करोड़ लोग कुपोषण के शिकार
सरकारों की बेरुखी का शिकार – ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना
मार्क्स की ‘पूँजी’ को जानिये : चित्रांकनों के साथ (दूसरी किस्त)
आरक्षण आन्दोलन, रोज़गार की लड़ाई और वर्ग चेतना का सवाल
ख़ुद की ज़िन्दगी दाँव पर लगा महानगर की चमक-दमक को बरकरार रखते बंगलूरू के पोराकर्मिका (सफ़ाईकर्मी)
मज़दूरों के महान नेता लेनिन के धर्म के बारे में दो उद्धरण
Read Post →
« Previous
1
…
3
4
5
6
7
8
9
10
11
12
13
…
24
Next »
व्हाट्सऐप पर जुड़ने के लिए
नया अंक
मार्च 2017
विधानसभा चुनाव परिणाम : फासिस्ट शक्तियों की सत्ता पर बढ़ती पकड़
आधार : लूटतन्त्र की रक्षा के लिए जनता पर निगरानी और नियन्त्रण का औज़ार
ऑटोमोबाइल सेक्टर में एक और आन्दोलन चढ़ा कुत्सित ग़द्दारी और मौक़ापरस्ती की भेंट
अर्थव्यवस्था की विकास दर बढ़ने के आँकड़े : जुमला सरकार का एक और झूठ
सोफ़ी शोल : फासीवाद के विरुद्ध लड़ने वाली एक बहादुर लड़की की गाथा
बन्द होती सार्वजनिक क्षेत्र की दवा कम्पनियाँ : सरकार की मजबूरी या साजिश?
मारुति मज़दूरों के केस का फ़ैसला : पूँजीवादी व्यवस्था की न्याय व्यवस्था का बेपर्द नंगा चेहरा
फासीवादियों का प्रचार तन्त्र
कुछ महत्वपूर्ण क्रान्तिकारी पत्र-पत्रिकाएँ, वेबसाइट
सम्बन्धित वेबसाइट पर जाने के लिए फ़ोटो पर क्लिक करें
Categories
Categories
Select Category
English (22)
Slider (505)
Uncategorized (36)
Web only addition (63)
अंधराष्ट्रवाद (38)
अन्तरराष्ट्रीय मज़दूर आन्दोलन (2)
अन्तर्राष्ट्रीय (27)
अर्थनीति : राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय (270)
भ्रष्टाचार (42)
महँगाई (37)
सुधारवाद / एनजीओ (8)
असंगठित मज़दूर (21)
आन्दोलन : समीक्षा-समाहार (107)
मारूति आन्दोलन (25)
आपदाएँ (16)
आपस की बात (16)
आर्काइव (231)
आर्थिक बजट (5)
आवास प्रश्न (6)
इतिहास (201)
अक्टूबर क्रान्ति (48)
चीनी क्रान्ति (8)
पेरिस कम्यून (16)
मई दिवस (34)
महान मज़दूर नेता (59)
समाजवादी प्रयोग (15)
उद्धरण (25)
औद्योगिक दुर्घटनाएँ (90)
कला-साहित्य (218)
फिल्म समीक्षा (5)
कारख़ाना इलाक़ों से (468)
क्रान्ति का विज्ञान (17)
गतिविधि रिपोर्ट (147)
घोटाला (3)
चुनाव (37)
चुनावी नौटंकी (68)
नेताशाही व नौकरशाही (24)
जनवादी व नागरिक अधिकार (8)
ठेका प्रथा (26)
तस्वीरें/कार्टून (2)
निजीकरण (24)
परिवहन/रेलवे (5)
पर्चे (34)
पर्यावरण (41)
पाठकों के पत्र (27)
पॉडकास्ट (5)
प्रवासी मज़दूर (20)
फ़ासीवाद / साम्प्रदायिकता (355)
संघी ढोल की पोल (40)
बहसें (26)
बाल मज़दूर (12)
बिगुल पुस्तिकाएँ (17)
बुर्जुआ जनवाद – दमन तंत्र, पुलिस, न्यायपालिका (277)
भारतीय संविधान (32)
बुर्जुआ मीडिया / संस्कृति (11)
बोलते आँकड़े, चीख़ती सच्चाइयाँ (96)
मज़दूर अख़बार (25)
मज़दूर आन्दोलन की समस्याएँ (187)
अर्थवाद (20)
किसान-प्रश्न (48)
दुस्साहसवाद (4)
संशोधनवाद (72)
मज़दूर बस्तियों से (76)
मज़दूर यूनियन (50)
मज़दूरों की क़लम से (153)
महान जननायक (65)
महान शिक्षकों की क़लम से (94)
युद्ध (28)
राष्ट्रीय प्रश्न (6)
लेखमाला (64)
अर्थवाद लेखमाला (10)
क्रान्तिकारी मज़दूर शिक्षण माला (20)
बोल्शेविकों का काम (7)
मज़दूर वर्ग की पार्टी कैसी हो? (7)
माँगपत्रक शिक्षणमाला (13)
विकल्प का ख़ाका (33)
विज्ञान (10)
विरासत (75)
शिक्षा और रोज़गार (116)
श्रम क़ानून (180)
संघर्षरत जनता (272)
नेपाली क्रान्ति (8)
फ़िलिस्तीन मुक्ति संघर्ष (2)
भगतसिंह जनअधिकार यात्रा (3)
समाज (239)
आत्महत्या (17)
ग़रीबी / कुपोषण (61)
जाति प्रश्न (34)
जातिगत उत्पीड़न (29)
धर्म (31)
बच्चों के ख़िलाफ़ अपराध (21)
सफ़ाईकर्मी (6)
स्त्री विरोधी अपराध (48)
सम्पादकीय (162)
साम्राज्यवाद (83)
सीएए-एनपीआर-एनआरसी (15)
स्त्री मज़दूर (76)
स्त्री-प्रश्न (7)
स्मृति शेष (28)
स्वास्थ्य (102)
जाति उन्मूलन का रास्ता दिखाते कुछ लेख, वीडियो
Subscribe
Email: