Table of Contents
(मज़दूर बिगुल के जनवरी 2024 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ़ फ़ाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-ख़बरों आदि को यूनिकोड फ़ॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)
सम्पादकीय
अर्थनीति : राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय
श्रम कानून
राष्ट्रीय पेंशन योजना : कर्मचारियों के हक़ों पर मोदी सरकार का एक और हमला / अविनाश
फासीवाद / साम्प्रदायिकता
कश्मीर के हालात और मोदी सरकार के दावों की सच्चाई / वारुणी
मोदी सरकार के दस साल और राज्यसत्ता का फ़ासीवादीकरण / प्रियम्वदा
विशेष लेख / रिपोर्ट
भारत-कनाडा कूटनीतिक विवाद तथा भारतीय शासक वर्ग की राजनीतिक स्वतंत्रता का प्रश्न / सनी
आज़ादी की आदिम चाहत, अदम्य साहस और ज़िन्दगी की ललक का नाम है गाज़ा! / लता
भगतसिंह जनअधिकार यात्रा (दूसरा चरण : 10 दिसम्बर से 3 मार्च) – एक संक्षिप्त रिपोर्ट
संघर्षरत जनता
गुड़गाँव नगर निगम के ठेका ड्राइवर व अन्य मज़दूर अपनी माँगों के लेकर संघर्ष की राह पर! / शाम मूर्ति
‘एस्मा’ को तत्काल वापस लो! आँगनवाड़ीकर्मियों की माँगों को पूरा करो!!
महान शिक्षकों की कलम से
लेनिन – आर्थिक संघर्ष के पीछे राजनीतिक प्रचार कार्य को भुलाओ मत!
समाज
गुड़गाँव में किशोर घरेलू कामगार के साथ क्रूरता का एक और मामला / प्रशान्त कुमार
बुर्जुआ जनवाद – दमन तंत्र, पुलिस, न्यायपालिका
नयी आपराधिक प्रक्रिया संहिताएँ, जनता के दमन के नये औज़ार / अनन्त
पर्यावरण / विज्ञान
पर्यावरणीय विनाश के लिए ज़िम्मेदार पूँजीपति वर्ग और उसकी मार झेलती मेहनतकश आबादी / सार्थक
लेखमाला
क्रान्तिकारी मज़दूर शिक्षणमाला – 17 : पूँजी का संचय / अभिनव
गतिविधि रिपोर्ट
कला-साहित्य
कहानी – देह भंग स्वप्न भंग / शकील सिद्दीक़ी
कविता – हमारा श्रम / आनन्द, गुड़गाँव
‘मज़दूर बिगुल’ की सदस्यता लें!
वार्षिक सदस्यता - 125 रुपये
पाँच वर्ष की सदस्यता - 625 रुपये
आजीवन सदस्यता - 3000 रुपये
आर्थिक सहयोग भी करें!
बुर्जुआ अख़बार पूँजी की विशाल राशियों के दम पर चलते हैं। मज़दूरों के अख़बार ख़ुद मज़दूरों द्वारा इकट्ठा किये गये पैसे से चलते हैं।
मज़दूरों के महान नेता लेनिन