‘भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी’ मज़दूर वर्ग की एक हिरावल पार्टी है जो कि मार्क्सवाद-लेनिनवाद के क्रान्तिकारी उसूलों में यक़ीन करती है। यह पार्टी मानती है कि सर्वहारा वर्ग का ऐतिहासिक लक्ष्य है कि वह क्रान्तिकारी रास्ते से बुर्जुआ राज्यसत्ता का ध्वंस करके सर्वहारा वर्ग की सत्ता क़ायम करे और समाजवादी व्यवस्था का निर्माण करे। RWPI का मानना है कि मज़दूर सत्ता और समाजवादी व्यवस्था अन्तत: इसी रास्ते से बन सकते हैं। लेकिन समाजवादी क्रान्ति से पहले भी एक सही क्रान्तिकारी कम्युनिस्ट पार्टी को पूँजीवादी चुनावों में मज़दूर वर्ग के स्वतन्त्र क्रान्तिकारी पक्ष की हैसियत से हस्तक्षेप करना चाहिए और यदि वह संसद में अपने प्रतिनिधि भेजने में सफल होती है, तो उसे पूँजीवादी संसद के भीतर से पूँजीवादी संसदीय व्यवस्था की असलियत को आम मेहनतकश जनता के समक्ष उजागर करना चाहिए, ऐसे पूँजीवादी जनवादी अधिकारों को आम मेहनतकश जनता तक पहुँचाने के लिए हरसम्भव प्रयास करना चाहिए जो कि महज़ काग़ज़ पर उन्हें मिले हुए हैं, वास्तव में हासिल नहीं हैं, और आम मेहनतकश जनता के जीवन में सुधार के लिए जो भी सीमित कार्य किये जा सकते हैं, वे करने चाहिए।