मेहनतकश का एक नारा – RWPI पक्ष हमारा! नहीं चुनेंगे बुरा विकल्प – खड़ा करेंगे अपना पक्ष!
पटना के दीघा विधानसभा सीट पर लड़ेगी भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी!
बिहार की जाति-आधारित राजनीति और धनबल-बहुबल पर आधारित पूँजीवादी चुनावी राजनीति को चुनौती देते हुए और मेहनतकशों का एक नया विकल्प खड़ा करने की शुरुआत करते हुए भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी (आर.डब्ल्यू.पीआई.) इस बार के विधानसभा चुनाव में शिरकत कर रही है। आर.डब्ल्यू.पीआई. मेहनतकश जनता के संसाधनों पर और मेहनतकश जनता के बीच संघर्षों में तपे-तपाए कार्यकर्ताओं की सामूहिक अगुवाई में चलती है। फ़िलहाल पार्टी पटना की दीघा सीट से चुनाव में भागीदारी कर रही है।
भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी मज़दूर वर्ग का स्वतंत्र राजनीतिक पक्ष मज़बूती से रखती है और चुनाव समेत हर क्षेत्र में मज़दूर वर्ग के हितों का प्रतिनिधित्व करती है। पार्टी का अन्तिम लक्ष्य मज़दूर सत्ता और समाजवादी व्यवस्था की स्थापना है। ‘मज़दूर बिगुल’ भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी के कार्यक्रम के आधार पर उसका समर्थन करता है और मानता है कि जब तक यह पार्टी समाजवाद स्थापित करने के अपने लक्ष्य के लिए क्रान्तिकारी रास्ते पर चलती रहती है और सर्वहारा विचारधारा और राजनीति पर अडिग रहती है, तब तक मज़दूर वर्ग को इस पार्टी को अपना समर्थन देना चाहिए।
भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी की उम्मीदवार वारुणी पूर्वा ने नामांकन दाखिल किया
भारत की क्रांतिकारी मज़दूर पार्टी लम्बे समय से दीघा विधानसभा क्षेत्र में मेहनतकशों को संगठित करती रही है तथा उनकी माँगों को लेकर संघर्ष चलाती रही है। बिन्द टोली इलाक़े में बेहद ज़रूरी पुल की माँग को लेकर संघर्ष हो या घरेलू कामगारों की माँगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाना हो, पार्टी ने हमेशा उनका नेतृत्व किया है। पार्टी बाढ़ से जूझ रही गरीब आबादी के लिए फ़ौरी राहत कार्य पहुँचाने, मेडिकल कैम्प आदि लगाने के साथ ही उनके मुआवजे़ तथा रिहाइश की माँगों को लगातार उठाती रही है। इसके आलावा पार्टी इस क्षेत्र में विभिन्न छोटे-बड़े मसलों पर जनता के संघर्षों में भागीदार करने के साथ ही शिक्षा और स्वास्थ्य से सम्बन्धित विभिन्न सुधार कार्य भी चलाती रही है।
भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी की संगठनकर्ता वारुणी पूर्वा जनता के संघर्षों में तपी तपाई कार्यकर्त्ता हैं। क्षेत्र के मेहनतकशों की मीटिंग में उनके नामांकन का प्रस्ताव मंज़ूर किया गया।
मज़दूर बिगुल, अक्टूबर 2020
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मज़दूरों के महान नेता लेनिन