आपस की बात
मेरा नाम अमित है। मैं हरियाणा के ज़िला हिसार के खरकड़ा गाँव के एक ग़रीब दलित मज़दूर परिवार से ताल्लुक़ रखता हूँ। मैंने जातिगत भेदभाव भी झेला है। फ़िलहाल मैं कॉलेज छात्र हूँ लेकिन ज़रूरत पड़ने पर मैं मज़दूरी भी करता हूँ। मेरे रिश्तेदार के गाँव में बिगुल मज़दूर दस्ता के प्रचार अभियान के दौरान मई 2021 में मुझे मज़दूर बिगुल का अंक पहली बार मिला था। मुझे बिगुल पढ़कर ऐसा अहसास हुआ जैसे इसमें मेरे ही मनोभावों को अभिव्यक्त किया गया हो।