Category Archives: आर्काइव

नवम्‍बर 2002

 (बिगुल के नवम्‍बर 2002 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक…

अक्‍टूबर 2002

 (बिगुल के अक्‍टूबर 2002 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक…

सितम्‍बर 2002

 (बिगुल के सितम्‍बर 2002 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक…

अगस्‍त 2002

 (बिगुल के अगस्‍त 2002 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक…

जून-जुलाई 2002

 (बिगुल के जून-जुलाई 2002 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक…

मई 2002

 (बिगुल के मई 2002 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक…

अप्रैल 2002

  • विपक्ष के नपुंसक विरोध और संसदीय गुलगपाड़े के बीच आंतकवाद निरोधक कानून पर संसद की मुहर
  • होण्‍डा पावर प्रोडक्‍ट के मजदूरों ने आरपार की लड़ाई के लिए कमर कसी
  • गुजरात : फासीवादी भाजपा बेनकाब
  • पार्टी की बुनियादी समझदारी (अध्‍याय-5) चौदहवीं किश्‍त
  • चीन में खुले बाजार की नीतियों का “चमत्‍कार” : छंटनी-तालाबन्‍दी-महंगाई-बेकारी-तबाही और भ्रष्‍टाचार
  • गुजरात में खून की होली खेलने वाल धर्मध्‍वजाधारी पूँजी के चाकर हैं, हैवानियत के पुजारी हैं
  • फरवरी-मार्च 2002

  • गुजरात में नरसंहार : सोचो मजदूर साथियो! सोचो मेहनतकश भाइयो! यह विनाशलीला किनके हक में है? कौन इस रच रहे हैं? यह देश को कहां ले जायेगा?
  • मजदूर आन्‍दोलन की एकता के लिए ट्रेड यूनियनों के नेतृत्‍व पर मजदूर आबादी का बढ़ता दबाव : मजदूर आन्‍दोलन फिर सरगर्म हो रहा है
  • बजट 2002 : अब जेब नहीं गला काटने की पारी
  • कंडेला किसान गोली काण्‍ड की अगली कड़ी है खानक काण्‍ड
  • एक्‍सपोर्ट गारमेण्‍ट कारखानों की नरक-कथा : नोएडा के उजरती गुलामों की जिन्‍दगी का एक पहलू
  • नई भरती करो (वोग्‍दानोव और गूसेव के नाम लेनिन के एक पत्र से, 11 फरवरी 1905) / लेनिन
  • जनवरी 2002

  • कैसी है ये देशभक्ति, राष्‍ट्रप्रेम का कैसा शोर : राज कर रहे, कफ़नखसोट मुर्दाखोर
  • आपने ठीक फरमाया क़ानून मंत्री महोदय – ‘पालने से कफन तक’ की जिम्‍मेदारी कफनखसोट नहीं ले सकते
  • वाम मोर्चा सरकार का पूँजीपतियों को नया तोहफा : नयी जूट मिलों में न्‍यूनतम मजदूरी नहीं
  • रेड एक्‍सपोर्ट जनकपुरी लुधियाना : मजदूरों के शोषण-उत्‍पीड़न का अड्डा
  • निजीकरण की प्रक्रिया जारी, अब रेलवे की बारी : जुझारू संघर्ष के लिए कमर कसनी होगी
  • अर्जेण्‍टीना की घटनाएं : सड़कों पर बहता जनाक्रोश का लावा आने वाले भविष्‍य का संकेत
  • मीना किश्‍वर कमाल : वर्जनाओं के अंधेरे में जो मशाल बन जलती रही
  • दिसम्बर 2001

  • भारतीय संसद पर आतंकवादी हमला : यह समय अन्‍धराष्‍ट्रवादी उन्‍माद में बहने का नहीं, तर्क और विवेक से निकली राहों पर आगे बढ़ने का है
  • एनरॉन को दिवाला निकला : पूँजी के गंदे खेल का एक और घिनौना चेहरा सामने आया
  • नेपाल की कम्युनिस्‍ट पार्टी (माओवादी) और संयुक्त क्रान्तिकारी जन परिषद, नेपाल की ओर से अन्तरराष्‍ट्रीय समुदाय से अपील
  • ईस्टर के मज़दूर आन्‍दोलन की राह पर : नौ मज़दूर निलम्बित, कारखाने में प्रवेश वर्जित
  • बोझ से छुटकारा पाओ और मशीनरी चालू करो / माअो
  • पोटो का दानवी खेल शुरू, पुलिसिया मनमानापन और बढ़ा : इस काले कानून को दफ्न करने के लिए आगे आओ