Category Archives: आर्काइव

नवम्बर 2001

  • आतंकवाद निरोधक अध्‍यादेश (पोटो) : आतंकवाद बहाना है, जनता ही निशाना है
  • मुनाफे की देन मंदी, मंदी से होती छंटनी, छंटनी के कारण बेकारी : उदारीकरण के “कोरामिन का इंजेक्शन” भी नाकामयाब
  • विश्‍व व्‍यापार संगठन की दोहा बैठक : मेहनतकश हों बदहाल, सरकार बजाये गाल
  • बिखराव के इस दौर में इलाकाई एकता के लिए एक जबर्दस्त पहल : संयुक्त मज़दूर संघर्ष मोर्चा का गठन
  • मज़दूर क्रान्ति ही साम्राज्यवादी युद्धों का नाश करेगी / लेनिन
  • हरियाणा स्टील एण्‍ड एलॉयस के मजदूरों पर जिला प्रशासन का लाठीचार्ज
  • लखनऊ में शिशु संहार : असली हत्यारे हाथों की शिनाख्त जरूरी
  • अक्टूबर 2001

  • आतंकवाद कुचलने के नाम पर पूरी दुनिया की जनता के खिलाफ लुटेरे हुक्मरानों की जंगी मुहिम
  • मिट्टी के तेल की आसमान छूती कीमतें : गरीबों का चूल्हा जलना भी मुहाल
  • रुद्रपुर में बंगाली समुदाय का प्रदर्शन : अपने संघर्षों को व्यापक आबादी के संघर्षों से जोड़ना होगा
  • शाही एक्सपोर्ट ग्रुप का मज़दूर आंदोलन : खून देकर मज़दूरों को मिले संघर्ष के कीमती सबक
  • स्त्रियों के लिए स्वतंत्रता / लेनिन
  • आतंकवाद के बहाने भारतीय शासक वर्ग भी जनता के दमन का शिकंजा कस रहे हैं
  • दुनिया के सबसे बड़े आतंकवादी अमेरिका के काले कारनामे
  • सितम्‍बर 2001

  • जनता ने आज सिर्फ गुठलियां फेंकी हैं, कीचड़ उछाला है, कल तख्त उछाले जायेंगे, ताज गिराये जायेंगें
  • फासिस्ट भाजपाइयों और उनके बिरादरों के राज में बढ़ता पुलिसिया ताण्डव
  • अधिकारियों की लूट खसोट से सुपर बाजार कंगाल, कर्मचारी संघर्ष की राह पर
  • निजीकरण की ओर बढ़ता कोयला उद्योग, राष्ट्रीयकरण का नकाब उतारकर फेंकता पूँजी का दानव / शरद कुमार
  • पंजाब के भट्ठा मज़दूरों के उत्पीड़न और लूट की दर्दनाक दास्तान : सही लाइन पर संगठित करने की जरूरत
  • पार्टी की बुनियादी समझदारी (अध्या य-4) आठवीं किश्त
  • मज़दूर वर्ग के बीच निरन्तीर और नियमित प्रचार कार्य एक बुनियादी कर्तव्यत / लेनिन
  • कहानी-बदबू / शेखर जोशी
  • अगस्‍त 2001

  • केन्द्र व राज्य कर्मचारियों की एक दिनी हड़ताल – झूठी आशा छोड़ो, सही लड़ाई से नाता जोड़ो
  • विकास मुनाफाखोरों का, विनाश मेहनती जनता का – 2 : आर्थिक “सुधार”, यानी बेरोजगार ही बेरोजगार
  • “चीनी मज़दूर” पत्रिका का परिचय
  • पंजाब के भट्ठा मज़दूरों के उत्पीड़न और लूट की दर्दनाक दास्तान : सही लाइन पर संगठित करने की जरूरत
  • यह सुलगता कोयला दहकेगा, एक दिन जरूर दहकेगा
  • लेनिन के साथ दस महीने / एल्बिर्ट रीस विलियम्स
  • जुलाई 2001

     (बिगुल के जुलाई 2001 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक…

    जून 2001

  • इंडियन लेबर कांफ्रेंस का संदेश क्‍या है ?
  • मुर्गे और दारू के जश्‍न के बीच मज़दूर रहनुमाई का ढकोसला
  • जापानी डकैतों के लूट का एक ही तरीका, कम मज़दूरों से ज्‍यादा मुनाफा
  • बाल्‍को की हड़ताल वापसी : एक और विश्‍वासघात
  • पार्टी की बुनियादी समझदारी (अध्‍याय-3) पांचवीं किश्‍त
  • जनमुक्ति की अमर गाथा : चीनी क्रान्ति की सचित्र कथा (भाग पन्‍द्रह)
  • जन्‍मदिवस के अवसर पर – लेनिन के साथ दस महीने / अल्‍बर्ट रीस विलियम्‍स
  • मई 2001

  • मज़दूर वर्ग के एक गद्दार की नज़र में पश्चिम बंगाल का भविष्‍य
  • मई दिवस के अवसर पर – मज़दूर आंदोलन के क्रान्तिकारीकरण की प्रतिज्ञा करो!
  • नया श्रम कानून लागू होने से पहले ही मजदूरों पर दबाव बढ़ने लगा है
  • दयानन्‍द मेडिकल कॉलेज एवं अस्‍पताल के कर्मचारियों का आन्‍दोलन
  • जनमुक्ति की अमर गाथा : चीनी क्रान्ति की सचित्र कथा (भाग चौदह)
  • यह एक गाथा है पर आप सबके लिए नहीं / हावर्ड फास्‍ट
  • मई दिवस अमर रहे / स्‍तालिन
  • मेहनतकश वर्ग के चेतना की दुनिया में प्रवेश करने का जश्न / लेनिन
  • अप्रैल 2001

    • आयात-निर्यात नीति 2001-2002 : वाजपेयी सरकार ने मेहनतकश जनता को विनाश की और गहरी खाई में धकेला
    • फाजिल अनाज भूख-बेकारी की त्रासदी और अंत्‍योदय अन्‍न योजना का नाटक
    • खून-पसीना हमारा बंगला-गाड़ी उनकी / विक्रम सिंह, हीरालाल पटेल, लुधियाना
    • पश्चिम बंगला में खनन क्षेत्र का निजीकरण : संसदीय वामपंथियों का दुरंगापन
    • पार्टी की बुनियादी समझदारी (अध्‍याय 2) तीसरी किश्‍त
    • जनमुक्ति की अमर गाथा : चीनी क्रान्ति की सचित्र कथा (भाग तेरह)
    • देख फकीरे / मनबहकी लाल
    • 13 अप्रैल 1978 पन्‍तनगर : मज़दूर हत्‍याकाण्‍ड की याद तेइस वर्षों बाद

    मार्च 2001

  • सर से पांव तक भ्रष्‍टाचार में डूबे शासक गिरोह को ध्‍वस्‍त करो! चोरों, लुटेरों, भ्रष्‍ट विलासियों के इस फर्जी लोकतंत्र को खारिज करो!
  • केन्‍द्रीय आम बजट 2001-2002 : वजीरे खजाना! यह सौदा महंगा पड़ेगा
  • भविष्‍य निधि पर सरकारी डाका
  • होण्‍डा पावर प्रोडक्‍टस रूद्रपुर में ट्रेड यूनियन जनवाद की जीत
  • बिखराव के कारणों की र्इमानदार पड़ताल जरूरी
  • भगतसिंह की जेल नोटबुक का एक पन्‍ना
  • स्‍वर्ग का तलघर अंधेरा, यहां भी है, वहां भी! स्‍वर्ग की मीनार रौशन, वहां भी है, यहां भी!
  • फरवरी 2001

  • भूकम्‍प को महज प्रकृति की विनाशलीला घोषित कर खून सने हाथों को साफ नहीं किया जा सकता
  • ए.एस.पी. का मजदूर आन्‍दोलन : वेतन न मिलने से मजदूर भुखमरी के कगार पर
  • मारुति के मजदूरों का साढ़े तीन माह तक चला जुझारू आन्‍दोलन समझौते के बाद समाप्‍त : मजदूर अकेले-अकेले लड़कर जीत हासिल नहीं कर सकते
  • बागडिगी : एक और सामूहिक हत्‍याकाण्‍ड
  • एनरॉन की लूटपाट के लिए पूरे देश में रास्‍ता खोलने की तैयारी
  • काशीपुर (उड़ीसा) में अल्‍युमिनियम कारखाने के लिए उजाड़ी जा रही आदिवासी जनता पर पुलिस फायरिंग
  • पार्टी की बुनियादी समझदारी (पहली किश्‍त)
  • हैसवेल शहर के सौ मजदूर / जार्ज वेयेर्थ