स्तालिन – जनता से जुड़ाव ही क्रान्तिकारियों को अजेय बनाता है!
जनता के साथ संपर्क, इन संपर्कों को सुदृढ़ बनाना, जनता की आवाज सुनने के लिए तत्पर रहना, इसी में बोल्शेविक (कम्युनिस्ट क्रान्तिकारी – सं.) नेतृत्व की शक्ति और अजेयता रहती है। इसे एक नियम के रूप में माना जा सकता है कि जब तक बोल्शेविक व्यापक जनता के साथ सम्पर्क रखते हैं, तब तक वे अजेय बने रहेंगे। और इसके विपरीत, बोल्शेविकों के लिए बस इतना ही काफी है कि वे जनता से दूर हो जायें, जनता के साथ उनका रिश्ता टूट जाये तो फिर उनमें नौकरशाहियत का जंग लग जायेगा, उनकी सारी शक्ति जाती रहेगी और वे नगण्य हो जायेंगे।