सी.सी. टीवी से मज़दूरों पर निगरानी

प्रेमकुमार, नरेला औद्योगिक क्षेत्र, दिल्ली

नरेला औद्योगिक क्षेत्र के डी-1546, 1547, 1548 में राकेश फुटवियर प्रा.लि. है। जिसे हिन्द प्लास्टिक के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ मज़दूरों से जानवरों-सा सलूक किया जाता है। इस कम्पनी में 500 से भी ज़्यादा लेबर काम करते हैं, जिसमें से मुश्किल से 10 का ही ई.एस.आई. कार्ड बना हुआ है। इस फ़ैक्ट्री में 12-12 घण्टे काम लिया जाता है तथा कोई छुट्टी भी नहीं मिलती है। 12 घण्टे का मात्र 6000 रुपए महीना मिलता है। फैक्ट्री मालिक तो लेबर से मारपीट, गाली-गलौज भी करता है। मालिक बीजेपी से जुड़ा हुआ है। यह कम्पनी नरेला में पिछले 12 वर्षों से चल रही है, लेकिन किसी भी लेबर का पी.एफ़. नहीं कटता है और ना ही किसी त्यौहार की छुट्टी मिलती है। फैक्ट्री में ईवा कम्पनी का चप्पल एवं जूता बनता है, जिसमें काफी प्रदूषण होता है, जिससे मज़दूर टीबी एवं दमा के शिकार हो जातेे हैं। 2007 में एक मज़दूर का हाथ कट गया था, उस मज़दूर का ई.एस.आई. लगवाकर छोड़ दिया गया और काम से भी निकाल दिया गया। फैक्ट्री में इतनी कड़ाई है कि एक लेबर दूसरे से बात नहीं कर सकता है। फैक्ट्री में तो मालिक ने सीसीटीवी भी लगा रखा है जिससे वह मज़दूरों पर हर समय नज़र रखता है। ऐसा लगता है कि हम एक कैदखाने में काम करते हैं, ज़रा नज़रें उठायीं तो गाली-गलौज सुनो!

 

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