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(मज़दूर बिगुल के सितम्बर 2014 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)
सम्पादकीय
अर्थनीति : राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय
प्रधानमन्त्री जन-धन योजना से मेहतनकशों को क्या मिलेगा? / आनन्द सिंह
नरेन्द्र मोदी की जापान यात्रा और मेहनतक़श जनता के लिए इसके निहितार्थ / कविता कृष्णपल्लवी
श्रम कानून
श्रम क़ानूनों में मोदी सरकार के “सुधारों” पर संसदीय वामपन्थियों की चुप्पी / सुनील
विशेष लेख / रिपोर्ट
आखिर क्या हो रहा है पाकिस्तान में? तपीश
सावधान! कहीं आप मालिकों की भाषा तो नहीं बोल रहे? / तपीश
संघर्षरत जनता
इलाकाई एकता की वजह से बैक्सटर मेडिसिन कम्पनी के मज़दूरों को मिली आंशिक जीत!
मज़दूर आंदोलन की समस्याएं
नकली ट्रेड यूनियनों से सावधान! / नवीन
साम्राज्यवाद / युद्ध / अन्धराष्ट्रवाद
इस्लामिक स्टेट (आईएस): अमेरिकी साम्राज्यवाद का नया भस्मासुर / आनन्द सिंह
माइकल ब्राउन हत्याकाण्ड: एक शोकगीत जिसका अन्त निश्चित है / श्वेता
इतिहास
आधुनिक संशोधनवाद के विरुद्ध संघर्ष को दिशा देने वाली ‘महान बहस’ के 50 वर्ष / राजकुमार
महान जननायक
शहीद-ऐ-आज़म भगतसिंह के 108वें जन्मदिवस (28 सितम्बर) के अवसर पर / अरविन्द
कारखाना इलाक़ों से
दिल्ली इस्पात मज़दूर यूनियन की स्थापना
हीरो मोटोकॉर्प के स्पेयर पार्ट्स डिपार्टमेंट से 700 मज़दूरों की छंटनी!
औद्योगिक दुर्घटनाएं
हादसों के नाम पर कब तक होती रहेंगी ऐसी हत्याएँ? / सत्येन्द्र
कला-साहित्य
ग़रीबों में सन्तोष का नुस्ख़ा / लू शुन
कविता- पूँजीवादी समाज के प्रति / मुक्तिबोध
मज़दूरों की कलम से
आपस की बात / राजु शर्मा, नोएडा व इंदर, निर्माण मज़दूर, नरवाणा
काम की तलाश में / आनन्द, गुड़गांव
इस लूटतन्त्र के सताये एक नाबालिग मज़दूर की कहानी / पिंटू, गुड़गांव
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बुर्जुआ अख़बार पूँजी की विशाल राशियों के दम पर चलते हैं। मज़दूरों के अख़बार ख़ुद मज़दूरों द्वारा इकट्ठा किये गये पैसे से चलते हैं।
मज़दूरों के महान नेता लेनिन