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(बिगुल के मई 2001 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)
सम्पादकीय
मज़दूर वर्ग के एक गद्दार की नज़र में पश्चिम बंगाल का भविष्य
संघर्षरत जनता
दयानन्द मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के कर्मचारियों का आन्दोलन
मज़दूर आंदोलन की समस्याएं
मई दिवस के अवसर पर – मज़दूर आंदोलन के क्रान्तिकारीकरण की प्रतिज्ञा करो!
महान शिक्षकों की कलम से
मई दिवस अमर रहे / स्तालिन
मेहनतकश वर्ग के चेतना की दुनिया में प्रवेश करने का जश्न / लेनिन
कार्ल मार्क्स के जन्मदिवस पर घोषणापत्र का एक अंश
विरासत
यह एक गाथा है पर आप सबके लिए नहीं / हावर्ड फास्ट
लेखमाला
पार्टी की बुनियादी समझदारी (अध्याय 2) चौथी किश्त
जनमुक्ति की अमर गाथा : चीनी क्रान्ति की सचित्र कथा (भाग चौदह)
जन्मदिवस के अवसर पर – लेनिन के साथ दस महीने – दूसरी किश्त / अल्बर्ट रीस विलियम्स
कारखाना इलाक़ों से
नया श्रम कानून लागू होने से पहले ही मजदूरों पर दबाव बढ़ने लगा है
इण्डिया पेस्टीसाइड्स लि., लखनऊ में मज़दूरों की छंटनी से उठे कुछ सवाल
औद्योगिक दुर्घटनाएं
मुनाफे की वेदी पर मज़दूरों की बलि / ललित
आपस की बात
बहस से क्यों कतराना / रामस्वरूप
मज़दूर आंदोलन की दिशा स्पष्ट करें / कल्याण समद्दार
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बुर्जुआ अख़बार पूँजी की विशाल राशियों के दम पर चलते हैं। मज़दूरों के अख़बार ख़ुद मज़दूरों द्वारा इकट्ठा किये गये पैसे से चलते हैं।
मज़दूरों के महान नेता लेनिन