23 सितंबर को धरना देते पावरलूम मजदूर
लुधियाना के  गौशाला, कशमीर नगर और माधोपुरी इलाके में जारी 52 पावरलूम कारखानों के सैकड़ों मजदूरों की हड़ताल आज भी किसी नतीजे तक नहीं पहुँची। श्रम अधिकारियों की उपस्थिति में आज मालिकों से वार्ता चली लेकिन बेनतीजा रही। लुधियाना के वर्धमान मिल (चण्डीगढ़ रोड) के सामने मैदान में मजदूरों का धरना आज भी जारी रहा। कारखाना मजदूर यूनियन के प्रधान राजविन्दर ने कहा है कि मालिकों में आपस में बुरी तरफ फूट पड़ी हुई है और वे आपस में कोई सहमति नहीं बना पा रहे हैं। मालिकों को इस बात की अधिक चिन्ता है कि अगर मजदूरों की यह हड़ताल सफल हो जाती है तो मजदूरों का संगठन में विश्वास बढ़ जाएगा और यह बात उन्हें दूरगामी तौर पर अधिक घातक महसूस होती है। उन्होंने कहा कि जो भी हो मालिकों को आखिर झुकना ही पड़ेगा। मजदूर पूरे जोश में हैं और वे माँगें मनवाए बिना काम पर नहीं लौटेंगे।

     गौशाला, कशमीर नगर और माधोपुरी इलाके के पावरलूम कारखानों में 16 सितम्बर को हड़ताल की शुरुआत हुई थी। हड़ताल की शुरुआत 22 कारखानों के मजदूरों द्वारा की गई थी लेकिन धीरे-धीरे हड़ताल फैलती गयी और इस समय इस इलाके के 52 पावरलूम कारखानों के मजदूर हड़ताल पर हैं। इन कारखानों में विभिन्न किस्मों का उत्पादन होता है। यहाँ काम करने वाले मजदूरों की बेहद अमानवीय जिन्दगी जीनी पड़ रही है। रोज का 12-14 घंटे का काम लेकिन आमदनी पैंतीस सौ, चार हजार। श्रम कानूनों के नाम की इन कारखानों में कोई चीज नहीं। यहाँ तक कि पहचान पत्र भी नहीं बना कर दिए जाते। हादसों से सुरक्षा के प्रबन्धों की मालिकों को कोई सिरदर्दी नहीं, ऊपर से काम का लोड। नतीजा यह कि मजदूर अकसर जानलेवा हादसों का शिकार होते रहते हैं। 24 अगस्त 2010 को लुधियाना के शक्ति नगर इलाके के 42 कारखानों के मजदूरों ने पीस रेट बढ़ौतरी, सुरक्षा इंतजामों सहित अन्य सभी श्रम कानूनों को लागू करने की माँगों को लेकर हड़ताल करके लूधियाना के पावरलूम मजदूरों में नई जागृति का संचार किया था। 31 अगस्त तक चली इस हड़ताल ने मालिकों को मजदूरों की मुख्य माँग पीस रेट/वेतन बढ़ौतरी मानने के लिए घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। इन्हीं सब माँगों को लेकर गौशाला, कशमीर नगर और माधोपुरी के मजदूर 16 सितम्बर से कारखाना मजदूर यूनियन के नेतृत्व में हड़ताल पर हैं। लुधियाना के एक और इलाके गीता नगर के सैकड़ो पावरलूम मजदूर भी हौजरी एण्ड टेक्सटाइल मजदूर यूनियन (सीटू, पंजाब से सम्बन्धित संगठन) के नेतृत्व में हड़ताल पर हैं। राजविन्दर ने बताया कि गीता नगर के संघर्ष के साथ भी तालमेल बिठाने की कारखाना मजदूर यूनियन की ओर से बहुत कोशिशें की गई थीं लेकिन सीटू के नेतृत्व ने अपनी संकीर्णता से ये कोशिशें सफल नहीं होने दीं। 

जारीकर्तालखविन्दर
सचिव, कारखाना मजदूर यूनियन, लुधियाना। मोबा 96461 50249




 

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