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(मज़दूर बिगुल के मई-जून 2011 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को यूनिकोड फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)
सम्पादकीय
विशेष लेख / रिपोर्ट
संघर्षरत जनता
मालिकान-प्रशासन-पुलिस-राजनेता गँठजोड़ के विरुद्ध गोरखपुर के मज़दूरों के बहादुराना संघर्ष की एक और जीत
गोरखपुर के मज़दूरों के समर्थन में कोलकाता में सैकड़ों मज़दूरों का प्रदर्शन / मानब विश्वास
‘सरूप सन्स’ के मज़दूरों को जुझारू संघर्ष से मिली आंशिक जीत / लखविन्दर
आन्दोलन : समीक्षा-समाहार
मारुति सुज़ुकी के मज़दूरों की जुझारू हड़ताल — क़ुछ सवाल
हरसूर्या हेल्थकेयर, गुड़गाँव के मज़दूरों का संघर्ष और हिन्द मज़दूर सभा की समझौतापरस्ती
महान शिक्षकों की कलम से
मार्क्स की समाधि पर भाषण / एंगेल्स
मेहनतकश वर्ग के चेतना की दुनिया में प्रवेश करने का जश्न / लेनिन
विरासत
यह एक गाथा है… पर आप सबके लिए नहीं! / हावर्ड फास्ट
बुर्जुआ जनवाद – दमन तंत्र, पुलिस, न्यायपालिका
गोरखपुर मज़दूर आन्दोलन के पक्ष में अभियान का समर्थन देने वाले कुछ प्रमुख व्यक्तियों के सन्देश।
मज़दूरों के दमन, गिरफ़्तारियों व अवैध तालाबन्दी के विरोध में दूसरी याचिका
मज़दूरों पर फ़ायरिंग के विरोध में मुख्यमन्त्री मायावती के नाम भेजी गयी पहली याचिका
साम्राज्यवाद / युद्ध / अन्धराष्ट्रवाद
लेखमाला
औद्योगिक दुर्घटनाएं
पीरागढ़ी अग्निकाण्ड : एक और हादसा या एक और हत्याकाण्ड?
मज़दूर बस्तियों से
फ़ैक्ट्रियों का कुछ न बिगड़ा और मज़दूरों की बस्तियाँ भी उजाड़ दीं / आनन्द, बादली, दिल्ली
गतिविधि रिपोर्ट
दिल्ली में जनसंगठनों ने उत्तर प्रदेश भवन पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा
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बुर्जुआ अख़बार पूँजी की विशाल राशियों के दम पर चलते हैं। मज़दूरों के अख़बार ख़ुद मज़दूरों द्वारा इकट्ठा किये गये पैसे से चलते हैं।
मज़दूरों के महान नेता लेनिन