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(मज़दूर बिगुल के जुलाई 2021 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ़ फ़ाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-ख़बरों आदि को यूनिकोड फ़ॉर्मेट में पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)
सम्पादकीय
बेहिसाब बढ़ती महँगाई यानी ग़रीबों के ख़िलाफ़ सरकार का लुटेरा युद्ध!
फ़ासीवाद/साम्प्रदायिकता
देश के सभी ‘अर्बन नक्सलों’ से एक ‘अर्बन नक्सल’ की कुछ बातें / कात्यायनी
कम्युनिस्ट आन्दोलन की समस्याएँ
भारत में कम्युनिस्ट आन्दोलन की सफलता-असफलता को लेकर कुछ ज़रूरी बातें / कविता कृष्णपल्लवी
धनी किसान आन्दोलन और किसान-प्रश्न
पंजाब के खेत मज़दूरों के बदतर हालात का ज़िम्मेदार कौन? / अरविन्द
धनी किसान आन्दोलन में लग रहे ‘मज़दूर-किसान एकता’ के नारों के बीच भी जारी है खेत मज़दूरों का शोषण-उत्पीड़न!
कश्मीर
अचानक कश्मीर को लेकर मोदी सरकार की बैठक; एक बार फिर कश्मीरी क़ौम निर्णय में भागीदारी से वंचित / लता
मज़दूर अधिकारों पर हमला
मज़दूरों की लूट और बढ़ाने के लिए अब अप्रेण्टिस क़ानून में बदलाव की तैयारी / केशव आनन्द
आवश्यक रक्षा सेवा अध्यादेश, 2021 के ज़रिए मज़दूरों के अधिकारों पर फ़ासीवादी सत्ता का एक और हमला!
कारख़ाना इलाक़ों और मज़दूर बस्तियों से
अडाणी को 1 लाख 70 हज़ार एकड़ प्राचीन जंगल माइनिंग के लिए सौंपने वाली मोदी सरकार फ़रीदाबाद में दशकों से बसे हज़ारों घरों को वन संरक्षण के नाम पर उजाड़ रही है! / लता
दिल्ली के उद्योग नगर में मज़दूरों के हत्याकाण्ड का ज़िम्मेदार कौन? / भारत
अनियोजित लॉकडाउन में बदहाल होते मुम्बई के मेहनतकशों के हालात / अविनाश
अन्तरराष्ट्रीय कम्युनिस्ट आन्दोलन
चीन के लुटेरे शासकों के काले कारनामे महान चीनी क्रान्ति की आभा को मन्द नहीं कर सकते / सत्यप्रकाश
क्रान्तिकारी मार्क्सवाद से भयाक्रान्त चीन के नक़ली कम्युनिस्ट शासक / सत्यम
कला-साहित्य
एक मज़दूर परिवार की एक सुबह / भारत
अब ज़िन्दगी तूफ़ानों की सवारी करते हुए ही आयेगी इस महादेश में / कविता कृष्णपल्लवी
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मज़दूरों के महान नेता लेनिन